देहरादून/भोपाल: भारतीय सैन्य अकादमी में एक बार फिर वही गौरवमयी पल आने वाला है, जिसका जैंटलमैन कैडेट्स को इंतजार रहता है. देश को इस बार 325 सैन्य अधिकारी मिलने जा रहे हैं. पासिंग आउट परेड में कुल 395 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल होंगे, जिसमें 70 कैडेट्स विदेश के हैं. भारतीय थल सेना के उप प्रमुख एसके सैनी पासिंग आउट परेड की सलामी लेंगे. इस बार पीओपी में कैडेटों के दो परिजन ही शामिल हो पाएंगे. परेड के बाद होने वाले पीपिंग सेरेमनी में माता-पिता ही कैडेट्स के कंधों पर लगी रैंक से कवर हटाएंगे. मध्यप्रदेश से भी 12 अधिकारी सेना को मिलने जा रहे हैं.
भारतीय सैन्य अकादमी अब तक 62,956 सैन्य अधिकारी देश को दे चुका है. इसमें मौजूदा पासिंग आउट परेड में शामिल 325 जेंटलमैन कैडेट्स भी शामिल है. अब तक 2572 विदेशी कैडेट्स अकादमी से प्रशिक्षण ले चुके हैं. इस संख्या में मौजूदा 70 जेंटलमैन कैडेट्स भी शामिल है. इस बार के पासिंग आउट परेड में गोवा, सिक्किम, पांडिचेरी, नागालैंड, मेघालय, अंडमान निकोबार, त्रिपुरा, लद्दाख के एक भी कैडेट्स नहीं होंगे.
विदेशी कैडेट्स में इस बार अफगानिस्तान के 41, भूटान के 17, मालदीव, मॉरिशस, म्यांमार और श्रीलंका के 1-1 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल हैं. वहीं, वियतनाम के तीन, तजाकिस्तान के 3 और नेपाल के दो जेंटलमैन कैडेट्स पासिंग आउट परेड का हिस्सा होंगे.
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भारतीय जेंटलमैन कैडेट्स की बात करें तो राज्यों के लिहाज से सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से 50 जेंटलमैन कैडेट्स पासआउट हो रहे हैं और उत्तराखंड से 24 जेंटलमैन कैडेट्स. जबकि इसी तरह पश्चिम बंगाल से छह, तेलंगाना से तीन, तमिलनाडु से छह, राजस्थान से 18, पंजाब से 15, उड़ीसा से 4, मिजोरम से दो, मणिपुर से तीन, महाराष्ट्र से 18, मध्य प्रदेश से 12, भारतीय मूल निवास प्रमाण पत्र वाले नेपाल निवासी चार जेंटलमैन शामिल हैं.
वहीं, केरल से 15, कर्नाटक से 5, झारखंड से 6, जम्मू कश्मीर से 11, हिमाचल प्रदेश से 10, हरियाणा से 45, गुजरात से 4, दिल्ली से 13, छत्तीसगढ़ से दो, चंडीगढ़ से 4, बिहार से 32, असम से 6, अरुणाचल प्रदेश से एक और आंध्र प्रदेश से 6 जेंटलमैन कैडेट्स इस बार पासिंग आउट परेड में शामिल होंगे.