भोपाल। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सभी विधायकों से अपील की है कि राष्ट्रपति चुनाव में अपनी आत्मा की आवाज सुनकर वोटिंग करें. उन्होंने कहा कि पहली बार किसी जनजातीय वर्ग की महिला इस पद के लिए चुनाव मैदान में हैं. उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि हम जिस संस्कृति से आते हैं, वहां पंच को परमेश्वर मानते हैं. जिस तरीके से कमलनाथ ने नाराजगी को लेकर पंचायत चुनाव में मतदान नहीं किया तो क्या यही बात लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी रहेगी.
बाढ़ को लेकर अलर्ट : बाढ़ की स्थिति पर गृह मंत्री ने बताया कि कल शाम से अभी तक 16 जिलों में स्थिति सामान्य है. हमने पुलिस, एसडीआरएफ और होमगार्ड सभी को अलर्ट पर रखा है. इसके अलावा मां नर्मदा और बेतवा के किनारों को खाली कराने के लिए कहा गया है. एक राज्य स्तरीय बाढ़ कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है. हमने दो टोल फ्री नंबर1070 व 1079 भी जारी किए हैं. आपदा नियंत्रण के लिये 96 टीमें काम कर रही हैं. 19 रिजर्व टीमें हैं.
कमलनाथ की उम्र रेस की नहीं, रेस्ट की : कमलनाथ ने कहा कि शिवराज मुझसे रेस लगा रहे हैं, इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी की उम्र रेस की नहीं, रेस्ट की है. यही काम विकास के लिए करते तो विधायक टूटकर नहीं जाते. जमीन पर काम करना और मुंह चलाने में अंतर है. नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान कल है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि मतदान सभी को करना चाहिए. मतदान लोकतंत्र का महादान है. मतदाता को पर्ची बांटी जा रही है.
दिग्विजय सिंह पर फिर निशाना : दिग्विजय सिंह ने श्रीलंका की तुलना भारत से की है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि ये लोग बीजेपी और मोदी जी का विरोध करते- करते देश का विरोध करने लगे हैं. विकास की बात कभी नहीं करेंगे. ये लोग चाहते हैं कि जैसी स्थिति श्रीलंका की है, यहां की हो. पर ऐसा कभी नहीं होगा. राष्ट्रपति चुनाव के प्रभारी बनाए जाने पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये संगठन का निर्णय है. (Home Minister Narottam Mishra said) (First time post of President women of tribal) (vote with conscience in president election)