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राजधानी में बढ़ रहे छेड़छाड़ के मामले, परिचित, रिश्तेदार और करीबी ही हैं आरोपी

भोपाल में आए दिन महिलाओं, युवतियों और यहां तक कि नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ रही हैं. चौंकाने वाली बात तो यह है कि छेड़छाड़ करने वालों में अधिकांश परिचित, रिश्तेदार और करीबी ही शामिल हैं.

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Published : Oct 31, 2020, 10:55 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश पहले ही महिला अपराधों के मामलों में पहले पायदान पर है. प्रदेश की छवि को सुधारने में पुलिस और प्रशासन लगातार जुटे हुए हैं. लेकिन प्रदेश की राजधानी भोपाल में ही छेड़छाड़ के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. भोपाल में आए दिन महिलाओं, युवतियों और यहां तक कि नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ रही हैं. चौंकाने वाली बात तो यह है कि छेड़छाड़ करने वालों में अधिकांश परिचित, रिश्तेदार और करीबी ही शामिल हैं.

बढ़ रहे छेड़छाड़ के मामले

फब्तियां कसने-पीछा करने और कॉल कर परेशान करने वाले मामले सबसे ज्यादा

राजधानी भोपाल में युवतियां, महिलाएं और नाबालिग सुरक्षित नहीं हैं. यहां आए दिन किसी न किसी थाने में छेड़छाड़ करने की शिकायत दर्ज की जा रही है. इनमें सबसे ज्यादा युवतियों पर फब्तियां कसने, अकारण युवतियों का पीछा करने और खास तौर पर नाबालिग बच्चियों से अश्लील हरकतें करने की शिकायतें शामिल हैं. बताया जा रहा है कि सुनसान इलाकों, रास्तों के अलावा भीड़भाड़ वाले इलाकों और बाजारों में भी मनचले, युवतीयों के साथ छेड़छाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं. लिहाजा पुलिस ऐसे इलाकों और बाजारों में आरोपियों को सबक सिखाने के लिए विशेष व्यवस्था कर रही है.

करीबी पड़ोसी और रिश्तेदार ही निकलते हैं आरोपी

हाल ही में राजधानी में नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ करने के दो मामले सामने आए हैं. पहला मामला एमपी नगर थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां पड़ोस में रहने वाला एक युवक, घर के बाहर खेल रही महज दो साल की मासूम को अपने साथ सुनसान जगह पर ले गया. वहां उसके साथ गलत हरकतें करने लगा. इस दौरान स्थानीय लोगों की नजर उस पर पड़ी और लोगों के पहुंचने पर आरोपी युवक वहां से भाग निकला, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी बादशाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया.

बढ़ रहे छेड़छाड़ के मामले

वहीं दूसरा मामला कोलार थाना क्षेत्र का है, जहां 15 साल की नाबालिग बच्ची के साथ उसके मुंह बोले चाचा ने ही घर में घुसकर अश्लील हरकत करने की कोशिश की, जिसके बाद बच्ची के परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की और आरोपी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इन मामलों में देखा गया है कि सबसे ज्यादा पड़ोसी, रिश्तेदार और परिचित ही छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं.

बदनामी ने डर से कई युवतियां नहीं करती पुलिस से शिकायत

इधर महिलाओं के लिए संस्था NH12 चलाने वाली समाजसेवी अंशु गुप्ता का कहना है कि भोपाल में आए दिन महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ की शिकायतें सामने आती हैं. कई मामलों में तो बदनामी के डर से युवतियां और महिलाएं शिकायत भी दर्ज नहीं करवाना चाहती हैं. जिससे मनचलों और बदमाशों के हौसले बुलंद होते हैं. आने वाले समय में भी वह वारदातों को अंजाम देते हैं. इसलिए महिलाओं और युवतियों को थाने में इन मामलों की तत्काल शिकायत करनी चाहिए. जिससे बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई हो सके. वहीं अंशु गुप्ता ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने कहा है कि कई मामलों में महिलाएं थाने पर शिकायतें कराने पहुंचती हैं, लेकिन पुलिस उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेती है.

पिछले 8 माह में 1300 से ज्यादा मामले

  • जनवरी 2020- भोपाल के थानों में दर्ज हुई 241 शिकायतें.
  • फरवरी 2020- अलग-अलग थानों में दर्ज की गई 219 शिकायतें.
  • मार्च 2020- भोपाल के थानों में दर्ज किए गए 143 केस.
  • अप्रैल 2020- छेड़छाड़ की थानों में दर्ज की गई 67 शिकायतें.
  • मई 2020- भोपाल के अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए 89 केस.
  • जून 2020- राजधानी में सामने आए छेड़छाड़ के 134 मामले.
  • जुलाई 2020- राजधानी के अलग-अलग थानों में आई 232 शिकायतें.
  • अगस्त 2020 छेड़छाड़ की दर्ज की गई 178 शिकायतें.

भोपाल। मध्यप्रदेश पहले ही महिला अपराधों के मामलों में पहले पायदान पर है. प्रदेश की छवि को सुधारने में पुलिस और प्रशासन लगातार जुटे हुए हैं. लेकिन प्रदेश की राजधानी भोपाल में ही छेड़छाड़ के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. भोपाल में आए दिन महिलाओं, युवतियों और यहां तक कि नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ रही हैं. चौंकाने वाली बात तो यह है कि छेड़छाड़ करने वालों में अधिकांश परिचित, रिश्तेदार और करीबी ही शामिल हैं.

बढ़ रहे छेड़छाड़ के मामले

फब्तियां कसने-पीछा करने और कॉल कर परेशान करने वाले मामले सबसे ज्यादा

राजधानी भोपाल में युवतियां, महिलाएं और नाबालिग सुरक्षित नहीं हैं. यहां आए दिन किसी न किसी थाने में छेड़छाड़ करने की शिकायत दर्ज की जा रही है. इनमें सबसे ज्यादा युवतियों पर फब्तियां कसने, अकारण युवतियों का पीछा करने और खास तौर पर नाबालिग बच्चियों से अश्लील हरकतें करने की शिकायतें शामिल हैं. बताया जा रहा है कि सुनसान इलाकों, रास्तों के अलावा भीड़भाड़ वाले इलाकों और बाजारों में भी मनचले, युवतीयों के साथ छेड़छाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं. लिहाजा पुलिस ऐसे इलाकों और बाजारों में आरोपियों को सबक सिखाने के लिए विशेष व्यवस्था कर रही है.

करीबी पड़ोसी और रिश्तेदार ही निकलते हैं आरोपी

हाल ही में राजधानी में नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ करने के दो मामले सामने आए हैं. पहला मामला एमपी नगर थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां पड़ोस में रहने वाला एक युवक, घर के बाहर खेल रही महज दो साल की मासूम को अपने साथ सुनसान जगह पर ले गया. वहां उसके साथ गलत हरकतें करने लगा. इस दौरान स्थानीय लोगों की नजर उस पर पड़ी और लोगों के पहुंचने पर आरोपी युवक वहां से भाग निकला, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी बादशाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया.

बढ़ रहे छेड़छाड़ के मामले

वहीं दूसरा मामला कोलार थाना क्षेत्र का है, जहां 15 साल की नाबालिग बच्ची के साथ उसके मुंह बोले चाचा ने ही घर में घुसकर अश्लील हरकत करने की कोशिश की, जिसके बाद बच्ची के परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की और आरोपी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इन मामलों में देखा गया है कि सबसे ज्यादा पड़ोसी, रिश्तेदार और परिचित ही छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं.

बदनामी ने डर से कई युवतियां नहीं करती पुलिस से शिकायत

इधर महिलाओं के लिए संस्था NH12 चलाने वाली समाजसेवी अंशु गुप्ता का कहना है कि भोपाल में आए दिन महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ की शिकायतें सामने आती हैं. कई मामलों में तो बदनामी के डर से युवतियां और महिलाएं शिकायत भी दर्ज नहीं करवाना चाहती हैं. जिससे मनचलों और बदमाशों के हौसले बुलंद होते हैं. आने वाले समय में भी वह वारदातों को अंजाम देते हैं. इसलिए महिलाओं और युवतियों को थाने में इन मामलों की तत्काल शिकायत करनी चाहिए. जिससे बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई हो सके. वहीं अंशु गुप्ता ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने कहा है कि कई मामलों में महिलाएं थाने पर शिकायतें कराने पहुंचती हैं, लेकिन पुलिस उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेती है.

पिछले 8 माह में 1300 से ज्यादा मामले

  • जनवरी 2020- भोपाल के थानों में दर्ज हुई 241 शिकायतें.
  • फरवरी 2020- अलग-अलग थानों में दर्ज की गई 219 शिकायतें.
  • मार्च 2020- भोपाल के थानों में दर्ज किए गए 143 केस.
  • अप्रैल 2020- छेड़छाड़ की थानों में दर्ज की गई 67 शिकायतें.
  • मई 2020- भोपाल के अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए 89 केस.
  • जून 2020- राजधानी में सामने आए छेड़छाड़ के 134 मामले.
  • जुलाई 2020- राजधानी के अलग-अलग थानों में आई 232 शिकायतें.
  • अगस्त 2020 छेड़छाड़ की दर्ज की गई 178 शिकायतें.
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