भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला अब तक ईओडब्ल्यू के सामने चार बार पेश हो चुके हैं. 18 अक्टूबर को कुठियाला की अग्रिम जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट से कुठियाला को राहत मिल सकती है.
पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला 30 सितंबर को फिर से जांच एजेंसी के सामने पेश होंगे. कुठियाला के वकील ने बताया कि जांच एजेंसी द्वारा बुलाई हर तारीख पर वे पेश हुए हैं. साथ ही ईओडब्ल्यू के हर सवालों के जवाब भी दिए हैं. उनकी उम्र के चलते तबीयत ठीक नहीं रहती है.
इन सभी बातों को अगली सुनवाई में कोर्ट में रखा जाएगा और अग्रिम जमानत की याचिका मंजूर करने का आग्रह किया जाएगा. इसके साथ ही वकील प्रमोद सक्सेना ने कुठियाला को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद जताई है. हालांकि इओडब्ल्यू के वकील भी सुप्रीम कोर्ट में अपनी दलील देंगे और कुठियाला के जांच में सहयोग नहीं करने का भी जिक्र किया जाएगा.
दरअसल, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आर्थिक अनियमितताओं को लेकर ईओडब्ल्यू ने बीके कुठियाला समेत 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. फिर कुठियाला को कई नोटिस भी भेजे गए थे, जिसका कोई जवाब न मिलने पर भोपाल जिला अदालत से कुठियाला को फरार आरोपी भी घोषित किया गया था. फिर कुठियाला जिला कोर्ट और जांच एजेंसी के सामने भी पेश हुए थे.