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तीसरी लहर से पहले MP में तैयारी पुख्ता, इस महीने केंद्र से मिलेंगे 5970 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 30 सितंबर तक बढ़ जाएंगे ऑक्सीजन बेड

कोरोना की तीसरी लहर से पहले मध्य प्रदेश में सरकार की तरफ से तैयारियां तेज कर दी गई हैं. स्वास्थ्य उपरकरण से लेकर हॉस्पिटल स्टाफ तक में बढ़ोतरी की जा रही है. सितंबर तक व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाएंगी.

health service will improve before corona third wave
तीसरी लहर से पहले MP में तैयारी पुख्ता
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Published : Jul 18, 2021, 4:22 PM IST

भोपाल। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी जारी कर दी है. वहीं मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग पहले ही स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर करने में जुटा हुआ है. प्रदेश में 30 सितंबर तक ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़कर 27 हजार हो जाएगी. अभी प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 19 हजार 359 ऑक्सीजन बेड हैं. इस महीने के अंत तक केन्द्र सरकार से प्रदेश को 5 हजार 970 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिलने की उम्मीद है.

तीसरी लहर से पहले MP में तैयारी पुख्ता

ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा MP

कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन को लेकर खूब मारामारी हुई थी. तीसरी लहर से पहले सरकार की कोशिश है कि दूसरे राज्यों के आगे अब हाथ न फैलाना पड़े. 30 जुलाई तक प्रदेश को केन्द्र सरकार से 5970 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिलेंगे. जिसके बाद प्रदेश में इसकी उपलब्धता बढ़कर 12339 हो जाएगी. प्रदेश में अभी स्वास्थ्य विभाग के पास 6019 और चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास 350 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर हैं.

वातावरण से गैस को खींचकर उसमें से ऑक्सीजन तैयार करने वाले 176 पीएसए तकनीक वाले प्लांट प्रदेश में लगाए जाने हैं, इनमें से 25 में उत्पादन शुरू हुआ है, बाकी सभी 15 सितंबर तक शुरू किए जाएंगे. केन्द्र सरकार द्वारा 8 कंपनियों के माध्यम से 111 पीएसए प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा 17 प्लांट सरकार DRDO, CSIR सहित पांच कंपनियों की मदद से लगाएगी, वहीं 30 प्लांट CSR फंड से लगाए जा रहे हैं. ऑक्सीजन प्लांट से हर रोज 207 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सीधे बिस्तरों तक पहुंचेगी.

अक्टूबर तक बढ़ेगी एंबुलेंस की संख्या

प्रदेश में अभी 108 एम्बुलेंस के तहत 606 एम्बुलेंस संचालित हो रही है, जिसे अक्टूबर तक बढ़ाकर 1002 किया जाएगा. इसमें एडवांस लाइफ सर्पोट के 56 वाहन और बेसिक लाइफ सपोर्ट के 550 वाहन हैं. जिसे बढ़ाकर एडवांस लाइफ सपोर्ट वाहनों को 167 और बेसिक लाइफ सपोर्ट वाहनों को 835 किया जाएगा. जननी एक्सप्रेस के 820 एम्बुलेंस हैं, जिन्हें अक्टूबर तक 1050 किया जाएगा.

प्रदेश में बढ़ेगी ऑक्सीजन बेड की संख्या

प्रदेश में सितंबर तक ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाकर 27 हजार हो जाएगी. प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के पास अभी ऑक्सीजन बेड की संख्या 11156 है. 31 अगस्त तक 4193 बेड और बढ़ाए जाएंगे. इसी तरह आईसीयू की मौजूदा संख्या 784 है, इसमें 650 की बढ़ोतरी होगी. चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रदेश में 2887 ऑक्सीजन बेड और 2983 आईसीयू बेड हैं. 30 सिंतबर तक ऑक्सीजन बेड की संख्या में 866 और आईसीयू बेड की संख्या में 575 का इजाफा होगा.

प्रदेश में बढ़ेगा स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ

बच्चों के लिए पीडियाट्रिक वॉर्ड में 3297 बेड 30 सितंबर तक बढ़ जाएंगे. अभी पीडियाट्रिक और पीआईसीयू बेड की संख्या 1549 है. इसके अलावा सितंबर महीने तक 904 विशेषज्ञों की होगी भर्ती. हाॅस्पिटल्स में डाॅक्टर्स की कमी को पूरा करने के लिए सितंबर माह तक 904 विशेषज्ञ, 1442 चिकित्सा अधिकारी, 68 दंत चिकित्सा अधिकारी और 2913 एएनएम की भर्ती की जाएगी.

प्राइवेट अस्पतालों ने कोरोना काल में मरीजों को जमकर लूटा! प्रभारी मंत्री गोविंद राजपूत की खरी-खरी

'स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर बनाने के किए काम जारी'

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि प्रदेश में कोरोना की थर्ड वेव की तैयारी सुचारू रूप से हो रही है. संस्थागत इंस्टीटयूशनल प्लानिंग कर प्लानिंग रिपोर्ट बनाई जा रही है. मंत्री सारंग ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इंस्टीट्यूशंस में हम स्वयं की पूरी तैयारी करें. बिस्तरों की बढ़ोतरी, आईसीयू बेड्स की बढोतरी, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन का स्टोरेज, हेल्थ वर्कर की उपलब्धता और दवाइयों की उपलब्धता पर हम काम कर रहे हैं.

भोपाल। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी जारी कर दी है. वहीं मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग पहले ही स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर करने में जुटा हुआ है. प्रदेश में 30 सितंबर तक ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़कर 27 हजार हो जाएगी. अभी प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 19 हजार 359 ऑक्सीजन बेड हैं. इस महीने के अंत तक केन्द्र सरकार से प्रदेश को 5 हजार 970 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिलने की उम्मीद है.

तीसरी लहर से पहले MP में तैयारी पुख्ता

ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा MP

कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन को लेकर खूब मारामारी हुई थी. तीसरी लहर से पहले सरकार की कोशिश है कि दूसरे राज्यों के आगे अब हाथ न फैलाना पड़े. 30 जुलाई तक प्रदेश को केन्द्र सरकार से 5970 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिलेंगे. जिसके बाद प्रदेश में इसकी उपलब्धता बढ़कर 12339 हो जाएगी. प्रदेश में अभी स्वास्थ्य विभाग के पास 6019 और चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास 350 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर हैं.

वातावरण से गैस को खींचकर उसमें से ऑक्सीजन तैयार करने वाले 176 पीएसए तकनीक वाले प्लांट प्रदेश में लगाए जाने हैं, इनमें से 25 में उत्पादन शुरू हुआ है, बाकी सभी 15 सितंबर तक शुरू किए जाएंगे. केन्द्र सरकार द्वारा 8 कंपनियों के माध्यम से 111 पीएसए प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा 17 प्लांट सरकार DRDO, CSIR सहित पांच कंपनियों की मदद से लगाएगी, वहीं 30 प्लांट CSR फंड से लगाए जा रहे हैं. ऑक्सीजन प्लांट से हर रोज 207 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सीधे बिस्तरों तक पहुंचेगी.

अक्टूबर तक बढ़ेगी एंबुलेंस की संख्या

प्रदेश में अभी 108 एम्बुलेंस के तहत 606 एम्बुलेंस संचालित हो रही है, जिसे अक्टूबर तक बढ़ाकर 1002 किया जाएगा. इसमें एडवांस लाइफ सर्पोट के 56 वाहन और बेसिक लाइफ सपोर्ट के 550 वाहन हैं. जिसे बढ़ाकर एडवांस लाइफ सपोर्ट वाहनों को 167 और बेसिक लाइफ सपोर्ट वाहनों को 835 किया जाएगा. जननी एक्सप्रेस के 820 एम्बुलेंस हैं, जिन्हें अक्टूबर तक 1050 किया जाएगा.

प्रदेश में बढ़ेगी ऑक्सीजन बेड की संख्या

प्रदेश में सितंबर तक ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाकर 27 हजार हो जाएगी. प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के पास अभी ऑक्सीजन बेड की संख्या 11156 है. 31 अगस्त तक 4193 बेड और बढ़ाए जाएंगे. इसी तरह आईसीयू की मौजूदा संख्या 784 है, इसमें 650 की बढ़ोतरी होगी. चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रदेश में 2887 ऑक्सीजन बेड और 2983 आईसीयू बेड हैं. 30 सिंतबर तक ऑक्सीजन बेड की संख्या में 866 और आईसीयू बेड की संख्या में 575 का इजाफा होगा.

प्रदेश में बढ़ेगा स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ

बच्चों के लिए पीडियाट्रिक वॉर्ड में 3297 बेड 30 सितंबर तक बढ़ जाएंगे. अभी पीडियाट्रिक और पीआईसीयू बेड की संख्या 1549 है. इसके अलावा सितंबर महीने तक 904 विशेषज्ञों की होगी भर्ती. हाॅस्पिटल्स में डाॅक्टर्स की कमी को पूरा करने के लिए सितंबर माह तक 904 विशेषज्ञ, 1442 चिकित्सा अधिकारी, 68 दंत चिकित्सा अधिकारी और 2913 एएनएम की भर्ती की जाएगी.

प्राइवेट अस्पतालों ने कोरोना काल में मरीजों को जमकर लूटा! प्रभारी मंत्री गोविंद राजपूत की खरी-खरी

'स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर बनाने के किए काम जारी'

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि प्रदेश में कोरोना की थर्ड वेव की तैयारी सुचारू रूप से हो रही है. संस्थागत इंस्टीटयूशनल प्लानिंग कर प्लानिंग रिपोर्ट बनाई जा रही है. मंत्री सारंग ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इंस्टीट्यूशंस में हम स्वयं की पूरी तैयारी करें. बिस्तरों की बढ़ोतरी, आईसीयू बेड्स की बढोतरी, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन का स्टोरेज, हेल्थ वर्कर की उपलब्धता और दवाइयों की उपलब्धता पर हम काम कर रहे हैं.

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