भोपाल। मध्यप्रदेश में जहां कोरोना के लगातार नए हॉटस्पॉट बन रहे हैं, वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी अब एक बार फिर नए हाथों में है. सिंधिया समर्थित कैबिनेट मंत्री प्रभुराम चौधरी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है. स्वास्थ्य मंत्री बनने पर ईटीवी भारत ने उनसे बात की और प्रदेश के मौजूदा हालातों पर उनसे प्रतिक्रिया मांगी.
प्रदेश के मौजूदा हालतों पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत किया जा रहा है. उन्होंने कहा की शीर्ष नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे वे पूरी ईमानदारी के साथ निभाएंगे. प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए तमाम प्रयास किए जाएंगे. जल्द ही वे विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे.स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आम लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी जरूरी है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. ताकि इस महामारी से लड़ा जा सके.
राजस्थान की सियासत पर बयान
मंत्री प्रभुराम चौधरी ने राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के सवाल पर कहा कि जब पार्टी में युवाओं को पर्याप्त सम्मान नहीं मिलता तो ऐसा ही होता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में मध्यप्रदेश जैसी परिस्थितियां बनेंगी ये सचिन पायलट ही तय करेंगे.
गहलोत और पायलट के बीच सियासी तनाव
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सियासी तनाव किसी से छुपा नहीं है. 2018 में विधानसभा चुनाव के बाद से ही दोनों के बीच तनाव झलकता रहता था. लेकिन इस बार SOG के एक नोटिस ने पायलट को इतना खफा कर दिया कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का मन बना लिया है. पायलट कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में जा सकते हैं. उन्होंने अपने साथ कांग्रेस के 30 विधायकों के साथ होने का दावा किया है.