भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले कई दिनों से विरोध जता रहे अतिथि शिक्षक मप्र कांग्रेस कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने जमकर नारेबाजी की, अतिथि शिक्षकों ने नियमितिकरण का वचन निभाने की मांग की है. वहीं शिक्षकों ने मांगे पूरी न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है.
दरअसल, पिछले 12 सालों से मध्यप्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के पद पर अतिथि शिक्षक काम कर रहे हैं. लंबे समय से नियमितिकरण की मांग कर रहे अतिथि शिक्षकों को कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में नियमितिकरण का वचन दिया था. लेकिन कांग्रेस सरकार बने सात महीने बीत गए हैं. फिर भी कमलनाथ सरकार ने अतिथि शिक्षकों के हित में कोई फैसला नहीं लिया.
परेशान अतिथि शिक्षकों ने पीसीसी पहुंचकर कांग्रेस नेताओं को अपनी परेशानी बताई. साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 8 दिनों में हमारी मांगों पर फैसला नहीं लिया गया. तो हम आंदोलन के लिए मजबूर होंगे. जिसकी सारी जिम्मेदारी कांग्रेस की होगी. आंदोलनकारी अतिथि शिक्षक आकाश भूरिया का कहना है कि इतने लंबे समय तक उन्होंने कम मानदेय में काम किया.मौजूदा सत्र में 10-10 साल काम करने वाले अतिथि शिक्षकों का हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का समर्थन करने वाले आज रोजी रोटी के लिए परेशान हैं.