भोपाल। अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के अतिथि विद्वानों का पिछले तीन माह से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन जारी है. अतिथि विद्वान वेतनमान सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया है. वहीं इस बारे में विश्वविद्यालय के कुलसचिव बी. भारती का कहना है कि अतिथि विद्वान मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, हालांकि विश्वविद्यालय की आर्थिक सीमा और नियम के आधार पर ही उनकी मांगों का निराकरण किया जाएगा.
हड़ताल पर अतिथि विद्वान, अधर में छात्रों का भविष्य
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के अतिथि विद्वान पिछले 3 महीने से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. अतिथि विद्वानों ने विश्वविद्यालय में सद्बुद्धि यज्ञ और गायन भी किया गया. जिसको राज्यपाल लालजी टंडन ने भी संज्ञान में लिया और हिंदी दिवस पर ये ऐलान किया कि हिंदी विश्वविद्यालय के अतिथि विद्वानों का मानदेय बढ़ाया जाए साथ ही विश्वविद्यालय में जो अतिथि विद्वान लंबे समय से काम कर रहे हैं उन्हें विश्वविद्यालय में नियमित किया जाए.आपको बता दें कि विश्वविद्यालय में केवल दो ही स्थायी शिक्षक हैं, ऐसे में जिन अतिथि शिक्षकों के सहारे विश्वविद्यालय के 800 छात्र अध्ययन कर रहे हैं, उनकी पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है.