भोपाल। गुड गर्वेनेंस काउंसिल के गठन को नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने गलत परंपरा करार दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गलत परंपरा शुरू की है. इससे अच्छा तो कमलनाथ एक वृद्धाश्रम खोल देते. प्रदेश सरकार 'तुम हमारे लिये, हम तुम्हारे लिये' की परंपरा के साथ काम कर रही है.
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नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि रिटायर्ड अधिकारियों को लाभ वाले पदों पर बैठाया जा रहा है. सरकार उन अधिकारियों का पुर्नवास कर रही है, जो सरकार के गलत कामों को सही साबित करते हैं. दरअसल, प्रदेश सरकार ने गुड गवर्नेंस काउंसिल का गठन किया है, जिसके आदेश भी जारी कर दिये गये हैं.

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गुड गवर्नेंस काउंसिल में तीन पूर्व मुख्य सचिवों को शामिल किया गया है, जिनमें आर परशुराम, एंटोनी डिसा और बीपी सिंह शामिल हैं. बताया जा रहा है कि यह कमेटी सरकार को नीति और कानूनों पर सुझाव देगी. एक तरह से ये काउंसिल थिंक टैंक की तरह काम करेगी, जिसमें आईआईएम और आईआईटी के डायरेक्टर को जोड़ने पर विचार किया जा रहा है.