भोपाल। राजभवन में निजी और शासकीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई. जिसमें उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए क्या कदम उठाने की आवश्यकता है, इसको लेकर विचार विमर्श किए गए. इस बैठक में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष डीपी सिंह भी उपस्थित रहे.
इसके साथ ही बैठक में विश्वविद्यालयों को वर्तमान स्थिति से अगले चरण में ले जाने के लिए कार्य योजना बनाई जाएगी. विश्वविद्यालय परिसर की स्वच्छता प्रयोगशाला और लाइब्रेरी को बेहतर बनाने को लेकर चर्चा की गई. राज्यपाल लालजी टंडन ने मध्यप्रदेश की शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए प्रदेश भर के कुलपतियों के साथ पहले भी एक बैठक की थी. जिसमें उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कुलपतियों को आदेश दिए थे. इसको लेकर कुलपतियों को एक रिपोर्ट पेश करने को कहा गया था, जिसके बाद रविवार को राजभवन में लंबी बैठक चली, जिसमें तमाम बिंदुओं पर चर्चा की गई. जिसमें शोध कार्य, पौधरोपण, वर्षा जल संचयन, बीएड ऐप हेड पोस्ट, ऑनलाइन डिग्री कॉलेज का एप्लीकेशन, बायोमेट्रिक हाजिरी, महिला कॉलेजों का प्रस्ताव, पुस्तकालय, प्रयोगशाला की व्यवस्था सुधारने को मिली राशि के व्यय की स्थिति, गेस्ट फैकेल्टी नियुक्ति, सोलर एनर्जी उपकरण का इंस्टॉलेशन समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा हुई.
बैठक में राज्यपाल लालजी टंडन ने कुलपतियों से कहा है कि यदि नेट ग्रेडिंग की पहल नहीं की गई तो कुलपति इसके लिए जिम्मेदार माने जाएंगे. इसके साथ ही शैक्षणिक गुणवत्ता के कड़े मापदंड निर्धारित किए गए.