भोपाल। लॉकडाउन के बाद अनलॉक की प्रक्रिया जारी है लेकिन स्कूल-कॉलेज अब भी बंद हैं. सरकार की माने तो सितंबर माह में स्कूल खोले जाएंगे लेकिन जब तक स्कूल नहीं खुलते तब तक ऑनलाइन कक्षाएं ही छात्रों के लिए पढ़ाई से जुड़े रहने का एक मात्र जरिया है. ऐसे में स्कूलों द्वारा व्हाट्सप ग्रुप, डीजी लेब, दीक्षा एप जैसे माध्यमों से कक्षाएं लगाई जा रही हैं. ऐसे में छात्र कक्षा से जुड़े रहे और ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति दर्ज कराएं इसके लिए स्कूलों ने ऑनलाइन गतिविधियां भी शुरू कराई हैं, जिससे छात्र उत्सुकता के साथ ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़े ओर पढ़ाई के साथ ही अन्य गतिविधियों से भी जुड़े रहे.
भोपाल के जहांगीराबाद स्थित शासकीय उच्चतर कन्या शाला में ज्यादातर छात्र ऐसे परिवारों से आते हैं जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं. ऐसे में ऑनलाइन कक्षाएं लगा पाना शिक्षकों के लिए भी चुनौती है, लेकिन स्कूल की प्राचार्य ज्यादा से ज्यादा छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से जोड़ने के प्रयास में लगी हुई हैं. शासकीय उच्चतर कन्या शाला की प्राचार्य उषा खरे ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए लोग घरों में कैद हैं. ऐसे में स्कूल भी बंद हैं ऐसे में घर बैठकर पढ़ाई करना छात्रों के लिए भी चुनौती है क्योंकि स्कूल में एक टाइम टेबल के हिसाब से कक्षाएं लगाई जाती थी सुबह से की घण्टी से कक्षाएं शुरू होती थीं और लंच ब्रेक सहित आर्ट एंड कल्चर की गतिविधियों के साथ ही पढ़ाई होती थी लेकिन अब जब स्कूल बंद हैं और केवल ऑनलाइन माध्यम से छात्र पढ़ रहे हैं तो जरूरी है कि छात्रों को एंटरटेनमेंट से भो जोड़ा जाए जिससे वे मन लगाकर कक्षाएं लें इसी को देखते हुए स्कूल ने ऑनलाइन कई सारी गतिविधियां की हैं जिसकी एक पुस्तक भी जल्द ही लॉन्च की जाएगी.
जहांगीराबाद उच्चतर माध्यमिक शाला की प्राचार्य उषा खरे ने बताया कि स्कूल में ऑनलाइन कक्षाओं के अलावा ऑनलाइन गतिविधियां भी चल रही हैं, जिसमें छात्रों के जन्मदिन, शिक्षकों के जन्मदिन भी सेलिब्रेट किए जाते हैं. पढ़ाई के साथ ही ऑनलाइन क्विज कंपटीशन भी हफ्ते में आयोजित किए जाते हैं और इसमें विजेता छात्र की फोटो डालकर उसको सब बधाई देते हैं, जिससे छात्र का मनोबल बढ़ता है और वह ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़ा रहता है. वहीं जिन छात्रों के पास मोबाइल नहीं है, उन छात्रों को भी कॉन्फ्रेंस कॉल पर जोड़ा जाता है और अलग-अलग टीचर और छात्रों से उनका परिचय कराया जाता है और ऑनलाइन गतिविधियों के बारे में अवगत कराया जाता है.
प्राचार्य ने बताया की लॉकडाउन में ऑनलाइन कक्षाओं के साथ ही ऑनलाइन गतिविधियां भी स्कूल द्वारा आयोजित की गई हैं, जिसकी एक किताब भी बनाई गई है और इस किताब को जल्द ही लांच किया जाएगा जो करोना काल की याद के रूप में हमेशा छात्रों के साथ रहेगी और इस किताब से स्कूल में एडमिशन लेने वाले नए छात्रों को भी करोना काल के बारे में पढ़ाया जाएगा और उन दिनों में हुई गतिविधियों को भी बताया जाएगा.