भोपाल। अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए पहचाने जाने वाली रामराजा सरकार की नगरी में मार्च में होने जा रहे 'नमस्ते ओरछा' के बाद पर्यटन विभाग बुंदेलखंड के पर्यटन स्थलों को जोड़कर एक टूरिस्ट सर्किट बनाने जा रहा है. विभाग की कोशिश है कि 'नमस्ते ओरछा' की जरिए देश-विदेश के पर्यटकों को लुभाया जाएगा. इसके लिए 6 से 8 मार्च को आयोजित कार्यक्रमों में स्थानीय व्यंजनों को भी परोसा जाएगा. ताकि यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को स्थानीय व्यंजनों के साथ स्थानीय कला, संस्कृति और इतिहास से रू-ब-रू करवाया जा सके.
जयपुर की तर्ज पर एक रंग में रंगेगा ओरछा
मध्य प्रदेश सरकार ओरछा में 6 से 8 मार्च को 'नमस्ते ओरछा' का भव्य आयोजन करने जा रही है. आयोजन को लेकर ओरछा और आसपास के इलाकों के कायाकल्प की तैयारी में विभाग जुटा हुआ हैं. निवाड़ी जिले से सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वाणिज्यकर मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के मुताबिक ओरछा मध्य प्रदेश के पर्यटन का द्वार है और सरकार की कोशिश है कि ओरछा पहुंचने वाले पर्यटक यहां 4 से 5 दिन तक रुके और यहां के सौंदर्य हेरिटेज संस्कृति इतिहास को जाने. साथ ही यहां के व्यंजनों का भी लुत्फ उठाएं. इसके लिए ओरछा का कायाकल्प किया जा रहा है. यहां उद्यान तैयार किए जा रहे हैं.
आसपास के क्षेत्रों को जोड़ बनेगा टूरिस्ट सर्किट
पर्यटन विभाग ओरछा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित अछरू माता मंदिर, मोहनगढ़ के किले, सूर्य मंदिर टीकमगढ़ के प्रसिद्ध कुंडेश्वर मंदिर और अपनी भव्यता के लिए पहचाने जाने वाले गढ़कुंडार किले को जोड़कर एक टूरिस्ट सर्किट बनाने जा रहा है.