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गोपाल भार्गव ने दद्दा जी के निधन पर जताया शोक, कहा- सनातन संस्कृति के इतिहास में दद्दा जी जैसे संत दुर्लभ

गृहस्थ संत देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के निधन की सूचना मिलने के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला शुरू हो गया है, दद्दा जी के लाखों भक्त उनके निधन की सूचना मिलने के बाद काफी दुखी नजर आ रहे हैं

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Published : May 17, 2020, 11:21 PM IST

Updated : May 17, 2020, 11:30 PM IST

gopal bhargav paid tribute to Devprabhakar Shastri
गोपाल भार्गव

भोपाल। कटनी के गृहस्थ संत देवप्रभाकर शास्त्री दद्दा जी का निधन हो गया है, शनिवारा शाम उन्हें दिल्ली से जबलपुर लाया गया था, शिवभक्ति और पार्थिव शिवलिंग निर्माण, रुद्री अनुष्ठान के लिए देश भर में विख्यात दद्दा जी के शिष्यों में कई नेता और अभिनेता शामिल हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने गोपाल भार्गव ने दद्दा जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

दद्दा जी के साथ नेताओं का भी गहरा लगाव रहा है और कई दिग्गज नेता उन्हें अपना गुरु मानते थे. पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव गृहस्थ संत देव प्रभाकर शास्त्री के निधन पर शोक व्यक्त किया.

गोपाल भार्गव ने कहा कि परम पूज्य गृहस्थ संत देव प्रभाकर जी शास्त्री जिन्हें हम सभी 'दद्दा जी' के नाम से, प्रेम भाव से स्मरण करते थे, हमारे बीच नही रहें, अपने जीवन के 60 वर्ष उन्होंने गृहस्थ संत के रूप बिताए, जो कि सनातन संस्कृति के इतिहास में दुर्लभ है. पूज्य शास्त्री परम ज्ञानी, तपस्वी एवं सिद्ध पुरुष थे. उनका निधन सनातन धर्म अनुयायियों के पितृ पुरुष का प्रयाण है, वह साक्षात भगवत पुत्र थे.

गोपाल भार्गव ने कहा कि दद्दा जी वैसे तो वह परम शिव भक्त और कृष्ण भक्त होने के नाते स्वर्ग प्राप्ति के प्रथम अधिकारी हैं, भगवन चरणों में उनका स्थान चीर आरक्षित था, उनके सभी अनुयायियों को प्रभू यह गहन दुख सहने की शक्ति दे.

भोपाल। कटनी के गृहस्थ संत देवप्रभाकर शास्त्री दद्दा जी का निधन हो गया है, शनिवारा शाम उन्हें दिल्ली से जबलपुर लाया गया था, शिवभक्ति और पार्थिव शिवलिंग निर्माण, रुद्री अनुष्ठान के लिए देश भर में विख्यात दद्दा जी के शिष्यों में कई नेता और अभिनेता शामिल हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने गोपाल भार्गव ने दद्दा जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

दद्दा जी के साथ नेताओं का भी गहरा लगाव रहा है और कई दिग्गज नेता उन्हें अपना गुरु मानते थे. पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव गृहस्थ संत देव प्रभाकर शास्त्री के निधन पर शोक व्यक्त किया.

गोपाल भार्गव ने कहा कि परम पूज्य गृहस्थ संत देव प्रभाकर जी शास्त्री जिन्हें हम सभी 'दद्दा जी' के नाम से, प्रेम भाव से स्मरण करते थे, हमारे बीच नही रहें, अपने जीवन के 60 वर्ष उन्होंने गृहस्थ संत के रूप बिताए, जो कि सनातन संस्कृति के इतिहास में दुर्लभ है. पूज्य शास्त्री परम ज्ञानी, तपस्वी एवं सिद्ध पुरुष थे. उनका निधन सनातन धर्म अनुयायियों के पितृ पुरुष का प्रयाण है, वह साक्षात भगवत पुत्र थे.

गोपाल भार्गव ने कहा कि दद्दा जी वैसे तो वह परम शिव भक्त और कृष्ण भक्त होने के नाते स्वर्ग प्राप्ति के प्रथम अधिकारी हैं, भगवन चरणों में उनका स्थान चीर आरक्षित था, उनके सभी अनुयायियों को प्रभू यह गहन दुख सहने की शक्ति दे.

Last Updated : May 17, 2020, 11:30 PM IST
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