भोपाल। राजधानी में बुधनी-बरखेड़ा के मध्य बनाई जा रही तीसरी रेल लाइन का काम तेजी से किया जा रहा है, ताकि सही समय पर काम पूरा किया जा सके. वहीं पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक शैलेंद्र सिंह ने कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ मुख्यालय के मुख्य ट्रैक इंजीनियर राजेश अरोरा, मण्डल रेल प्रबंधक भोपाल उदय बोरवणकर सहित कई संबंधित अधिकारी मौजूद रहे. भोपाल मंडल के बुदनी-बरखेड़ा के बीच निर्माणाधीन 26.50 किलोमीटर लंबी तीसरी रेल लाइन पर बन रही 1080 मीटर लंबी सुरंग का भी निरीक्षण किया. साथ ही निर्माण कार्यों की प्रगति के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली.
बुधनी से बरखेड़ा के बीच बन रही 26.50 किलोमीटर लंबी तीसरी रेल लाइन पर 5 टनल (सुरंग) हैं. जिनमें से पहली सुरंग की लंबाई 1080 मीटर है, इसके निर्माण से वन्य जीव संरक्षण हेतु लाइन पर 5 ओवर पास, 9 अंडर पास हैं. जानवरों को पानी पीने के लिये डैम, एक जल भंडार, जिस पर सौर ऊर्जा से संचालित बोरवेल आदि रेलवे ने लगाया है. लाइन के निर्माण के लिए काटे गए पेड़ों की भरपाई के लिए वन विभाग को एक लाख पौधे लगाने के लिये धनराशि दी गई है. ये लाइन दिसंबर 2022 तक चालू होने के लिए प्रस्तावित है. इस लाइन के बन जाने से इटारसी से बीना तक तीसरी लाइन का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, साथ ही इस लाइन के चालू होने पर ट्रेनों की गति बढ़ने के साथ-साथ क्षेत्र की प्रगति होगी.
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने काम को लेकर सुरक्षा, कोरोना की रोकथाम और सामान्य कल्याण के बारे में गैंगमैनों से बातचीत की. इस अवसर पर महाप्रबंधक ने आकर्षक चित्रकारी और विविध रंगों से सजाया गया मिड घाट स्टेशन का अवलोकन कर वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया. उसके तुरंत बाद अन्य अधिकारियों के साथ टनल के आस पास एवं बुधनी स्टेशन पर पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. महाप्रबंधक ने बुधनी स्टेशन पर बने नये हाई लेवल प्लेटफॉर्म का निरीक्षण किया.
महाप्रबंधक ने इटारसी स्टेशन पर किया मटेरियल मैनेजमेंट ऐप का अवलोकन
महाप्रबंधक ने इटारसी स्टेशन पर पहुंचकर वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर(डीजल) के नेतृत्व में बनाई गई करेंसी सैनिटाइजर मशीन तथा वरिष्ठ मंडल विद्दुत इंजीनियरिंग टीआरएस, इटारसी के नेतृत्व में तैयार किया गया है, मटेरियल मैनेजमेंट ऐप का अवलोकन किया और तकनीकी खूबियों को जानकर उनकी तारीफ की. निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तीसरी लाइन का कार्य तेजी से किया जाए, ताकि समय पर काम पूरा हो जाए.