भोपाल। पार्टनरशिप में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यहां दो लोगों ने पार्टनरशिप में मछली बेचने का टेंडर लिया था. लेकिन जिसे ये काम सौंपा गया, उसने ही फर्जी कागजात तैयार कर मछली का टेंडर अपने नाम कर लिया. इस मामले में पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
- फर्जी हस्ताक्षर कर युवक बना था पार्टनर
जिस युवक ने ठगी की, उसका नाम सतीश है और वह मछली पकड़ने का काम करता है. दो पार्टनरों ने मिलकर सतीश को कोलार डैम में मछली पकड़ने का टेंडर दिया. इस कंपनी के दो मालिक हिमांशु वर्मा और बीजेपी नेता के पुत्र हैं. मछली पकड़ने वाले सतीश ने हिमांशु वर्मा का डिजिटल सिग्नेचर निकलवाया और वह खुद भी उस फर्म में पार्टनर बन गया. उसने दावा किया कि वह भी उनका पार्टनर है. जिसके बाद सतीश ने भी अपना हिस्सा मांगा. इनके बीच करार हुआ था कि डैम की मछली पूरी पकड़कर सतीश फर्म को देगा और उसके बाद जो भी उसमें पैसा बचेगा. दोनों के बीच आधा-आधा किया जाएगा. लेकिन सतीश खुद ही फर्म का पार्टनर बन गया.
- पुलिस ने मामला किया दर्ज
वहीं पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है. वहीं पुलिस का कहना है कि जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे. आगे उस तरह की कार्रवाई की जाएगी.