भोपाल। देश के सबसे बड़े मेडिकल संस्थान एम्स में ओपीडी में पर्ची काटने वालों द्वारा मरीजों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. लोगों ने इसकी शिकायत वागसेवनिया पुलिस थाने में करवाई है. पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच शुरु कर दी है.
एम्स के ओपीडी में पर्ची काटने में हो रही धोखाधड़ी, अस्पताल प्रबंधन ने ली पुलिस की मदद
एम्स के ओपीडी में पर्ची काटने वालों द्वारा मरीजों के साथ धोखाधड़ी करने वाले युवकों के खिलाफ पुलिस में आवेदन देकर मामला दर्ज करने की मांग की है.
एम्स में ओपीडी की पर्ची काटने में हो रही धोखाधड़ी
भोपाल। देश के सबसे बड़े मेडिकल संस्थान एम्स में ओपीडी में पर्ची काटने वालों द्वारा मरीजों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. लोगों ने इसकी शिकायत वागसेवनिया पुलिस थाने में करवाई है. पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच शुरु कर दी है.
Intro:देश के सबसे बड़े मेडिकल संस्थान एम्स में ओपीडी में पर्ची काटने वाले और मरीजों के साथ धोखाधड़ी करने वाले दो लोगों ने राजधानी की वागसेवनिया पुलिस से धोखाधड़ी करने वाले दो लोगों की शिकायत दर्ज कराई है,Body:और उनके खिलाफ कार्रवाई कारने की मांग की है वहीं पुलिस ने कहना है कि अभी जो मामला है उसकी जांच हमने एम्स प्रबंधन को सौंपी है और उसकी पूरी रिपोर्ट जल्द ही पुलिस को अवगत कराने की मांग की है जैसे ही एम्स प्रबंधन पुलिस को जांच रिपोर्ट सौंपेगी वैसे ही पुलिस मामला दर्ज ककर आगे की कार्रवाई शुरू कर देगी,
यह गोरख धंधे का खेल लगभग 2012 से लगातार चल रहा था, जिसकी पोल आपस में झगड़ा होने से एम्स प्रबंधन के सामने खुल गया एम्स ले इनसे हुए पीड़ित दो लोगों को ढूंढ निकाला और इन दो लोगों ने बागसेवनिया थाने में धोखाधड़ी करने वाले दो युवक जिनका नाम जितेंद्र व दिव्यांग गुप्ता बताया जा रहा है इनको नाम पर मामला दर्ज करने का आवेदन दिया वहीं पुलिस ने इसे इंटरनल मामला बताते हुए पहले एम्स प्रबंधन को ही जांच करने के निर्देश दिए हैं Conclusion:और एम्स प्रबंधन से पुराना रिकॉर्ड की मांग की है वहीं जैसे ही एम्स प्रबंधन की जांच रिपोर्ट पुलिस के पास आ जायेगी वैसे ही पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर देगी,,
बाईट:संजय साहू,एएसपी
यह गोरख धंधे का खेल लगभग 2012 से लगातार चल रहा था, जिसकी पोल आपस में झगड़ा होने से एम्स प्रबंधन के सामने खुल गया एम्स ले इनसे हुए पीड़ित दो लोगों को ढूंढ निकाला और इन दो लोगों ने बागसेवनिया थाने में धोखाधड़ी करने वाले दो युवक जिनका नाम जितेंद्र व दिव्यांग गुप्ता बताया जा रहा है इनको नाम पर मामला दर्ज करने का आवेदन दिया वहीं पुलिस ने इसे इंटरनल मामला बताते हुए पहले एम्स प्रबंधन को ही जांच करने के निर्देश दिए हैं Conclusion:और एम्स प्रबंधन से पुराना रिकॉर्ड की मांग की है वहीं जैसे ही एम्स प्रबंधन की जांच रिपोर्ट पुलिस के पास आ जायेगी वैसे ही पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर देगी,,
बाईट:संजय साहू,एएसपी