भोपाल। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि करीब एक महीने तक बिना मंत्रिमंडल के काम करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दबाव के चलते 5 मंत्रियों को शपथ दिला दी. लेकिन इससे बीजेपी और सिंधिया खेमे में असंतोष के स्वर उभर रहे हैं. पहले विस्तार में मंत्रिमंडल में शामिल होने से रह गए वरिष्ठ बीजेपी नेता नाराज बताए जा रहे हैं. वहीं अपने बचे हुए समर्थकों को मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए सिंधिया भी लगातार दबाव बना रहे हैं.
पूर्व मंत्री का कहना है कि शिवराज सिंह की कोशिश है कि बीजेपी के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए. इसलिए वो सिंधिया के कोटे को कम करना चाहते हैं. इन परिस्थितियों को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अभी तो पार्टी शुरू हुई है, देखिए आगे-आगे होता है क्या?
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के मुताबिक आगामी उपचुनाव के लिए बीजेपी की तैयारी का तो सवाल ही नहीं है, वहां तो 22 के 22 टिकट देना है. सिंधिया बीजेपी पर दबाव बना रहे हैं. ये बात अलग है कि सिंधिया से शिवराज सिंह कह रहे हैं कि 10 में से कुछ लोगों को कम किया जाए, क्योंकि बीजेपी में बड़ा प्रेशर है.
उप-चुनाव में इनकी तैयारी में 22 लोग हैं, हमें 22 लोगों का चयन करना है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सबसे बात कर रहे हैं.कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है.बड़े-बड़े नेताओं से विचार-विमर्श चल रहा है.उन्होंने कल ही वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की थी, पूरे क्षेत्र में संपर्क हैं. 2 विधानसभा उपचुनाव की तो पहले तैयारी हो गई. बाकी जगह उन्हें उम्मीदवार तय करना है.
वहीं उन्होंने कांग्रेस से बागी विधायकों पर हमला बोलते हुए कहा है कि जिनको 5 साल के लिए चुना गया था, वो बीच मझधार में छोड़ कर चले गए.जिस समय कोरोना से लड़ाई लड़ना थी,उस समय दल-बदल सरकार गिराने का काम चल रहा था. ये सब जनता देख रही है, पब्लिक सब जानती है. चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आएंगे. कमलनाथ के नेतृत्व में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी.