भोपाल। भले ही सरस्वती शिशु मंदिर (Saraswati Shishu Mandir) को लेकर बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने हैं, पर अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के बड़े नेता का समर्थन मिल गया है, भिंड जिले के लहार विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने दो टूक कहा कि अगर सच कहना बगावत है तो हां मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं. उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों को एक विशेष विचारधारा का पाठ पढ़ाया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की पूरी सरकार पर्दे के पीछे तालिबानी सोच वाली आरएसएस चला रही है. गोविंद सिंह का ये बयान दिग्विजय सिंह पर एफआईआर दर्ज कराने के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर आया है.
नया विवाद! मध्यप्रदेश में सरस्वती शिशु मंदिर पर आमने-सामने बीजेपी-कांग्रेस
आरएसएस फैलाती है समाज में नफरत
गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि सरस्वती शिशु मंदिर (Saraswati Shishu Mandir) में सिर्फ पढ़ाई हो तब तो ठीक है, लेकिन वहां विशेष विचारधारा का पाठ पढ़ाया जाता है, वहां पढ़ने वाले बच्चों में एक धर्म विशेष को लेकर नफरत भरी जाती है. प्रदेश की पूरी बीजेपी सरकार को पर्दे के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग चला रहे हैं. प्रदेश में ट्रांसफर-पोस्टिंग की पूरी सूची आरएसएस की सहमति के बाद ही जारी होती है. प्रदेश में संचालित तमाम सरकारी योजनाओं में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) और बीजेपी कार्यकर्ताओं को चुन-चुन कर बैठाया जा रहा है.
'सच कहना बगावत है तो मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं'
पूर्व मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों में विभिन्न पदों पर आरएसएस के लोगों की पोस्टिंग की जा रही है, बीजेपी सिर्फ चुनाव का फायदा लेने के लिए प्रदेश में नफरत फैलाती है, धर्म का उपयोग करती है, जबकि कांग्रेस के सभी नेता सनातन धर्म को मानने वाले हैं, मैं भगवान राम का वंशज हूं, इसके बाद भी कभी राजनीति में धर्म का उपयोग नहीं करता, सरस्वती शिशु मंदिर पर दिये दिग्विजय सिंह के बयान के खिलाफ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एफआईआर दर्ज कराने की बात कही थी, जिस पर उन्होंने कहा कि यदि सच कहना बगावत है तो मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं.
उपचुनाव में दमोह दोहराएगी कांग्रेस
डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस अपनी पूरी तैयारियां कर चुकी है, कांग्रेस एक बार फिर इन उपचुनाव में दमोह जैसा प्रदर्शन करेगी. प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री और बीजेपी सरकार से ऊब चुकी है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता को दर्शन देने क्षेत्र में निकले हैं, लेकिन उपचुनाव में एक बार फिर जनता उन्हें सबक सिखाएगी, कमलनाथ उपचुनाव को लेकर तमाम जमीनी तैयारियां कर चुके हैं.
लोगों के दिलों में नफरत भरता है सरस्वती शिशु मंदिर
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने रविवार 26 सितंबर को भोपाल के नीलम पार्क में आयोजित संयुक्त विपक्ष के धरने में कहा था कि सरस्वती शिशु मंदिर बचपन से लोगों के दिल-ओ-दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोते हैं, वही नफरत का बीज धीरे-धीरे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है, सांप्रदायिक कटुता पैदा करता है, धार्मिक उन्माद फैलाता है और देश में दंगे फसाद होते हैं. इस बयान पर राष्ट्रीय बाल आयोग ने प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखकर दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा है, जिस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इसको लेकर परीक्षण कराया जा रहा है, जैसे तथ्य आएंगे, उसके हिसाब से कानूनी कार्रवाई की जाएगी.