भोपाल। BJP के अशोकनगर जिला के मीडिया प्रभारी देवेंद्र ताम्रकार इन दिनों एक दलित महिला के शोषण के आरोपों से घिरे हुए हैं. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन पर भी दुष्कर्म के आरोपी को संरक्षण देने का आरोप लग रहा है. इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर अशोकनगर में दलित महिला के बलात्कार के आरोपी के पक्ष में सभा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनका ये फैसला स्तब्ध करने वाला और शर्मनाक है.
एक बार पूरी भाजपा महिला अत्याचारों के लिए हो गई कठघरे में खड़ी
मप्र कांग्रेस की मीडिया विभाग अध्यक्ष शोभा ओझा ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि अशोक नगर के जिला भाजपा मीडिया प्रभारी देवेंद्र ताम्रकार पर एक दलित महिला से बलात्कार का आरोप बेहद संगीन है. आरोप है कि ताम्रकार ने उस दलित महिला को सिंगरौली ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. पुलिस की जांच और अदालती फैसले के पहले ही शिवराज सिंह का बलात्कार के आरोपी के पक्ष में खड़े हो जाना पूरी तरह से निंदनीय और शर्मनाक है. उनके इस कदम से पूरी भाजपा एक बार फिर महिला अत्याचारों को लेकर कठघरे में खड़ी हो गई है.
शोभा ओझा ने कहा कि समूची भाजपा का ही चरित्र बनता जा रहा है कि जहां कहीं बलात्कार की घटनाओं में भाजपा से जुड़े लोगों का नाम आता है.वहां भाजपा के शीर्ष नेताओं समेत पूरी पार्टी ही दुष्कर्म के आरोपियों के पक्ष में खड़ी हो जाती है.
शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान इंदौर में भी एक ऐसा मामला आया था. जब ट्विंकल डांगरे के दुष्कर्म और हत्या के आरोपी जगदीश करोतिया और उसके लड़को के पक्ष में न केवल शिवराज समेत पूरी पार्टी खड़ी रही.बल्कि आरोपियों की गिरफ्तारी भी स्थानीय विधायक के दबाव में नहीं हो पाई. और आखिरी में उनकी गिरफ्तारी जब संभव हो पाई, तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी. लिहाजा दुष्कर्म जैसे संगीन मामलों में भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा पूरी तरह से जनता के सामने बेनकाब हो चुका है और शिवराज सिंह ने अपने ताजा कारनामे से भाजपा के उसी चरित्र पर मुहर लगा दी है.
महिला अत्याचार के मामले में भाजपा का चरित्र दोहरा है
शोभा ओझा ने कहा कि शिवराज के इस कदम से साफ हो गया है कि महिला अत्याचार के मामले में भाजपा का चरित्र दोहरा है. एक ओर भाजपा बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद करती है. और दूसरी तरफ कुलदीप सेंगर और चिन्मयानंद जैसे दुष्कर्म के आरोपियों के पक्ष में बेशर्मी से खड़ी नजर आती है.