भोपाल। प्रदेश में अनलॉक-वन की शुरूआत के साथ ही सभी दुकानें भी कई शहरों में खुलने लगी हैं. साथ ही इस दौरान अब दूध और पनीर की मांग भी बढ़ने लगी है. शहर में एक बार फिर से होटल खुल गए हैं, जिसके बाद से ही पनीर और दूध की खपत काफी बढ़ गई है, लेकिन कुछ जगह से दूध और पनीर में मिलावट किए जाने की सूचनाएं भी खाद्य विभाग को मिल रही हैं, जिसे देखते हुए अब खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा दुकानों का औचक निरीक्षण कर सैंपल लिए जा रहे हैं.
संभागायुक्त कवींद्र कियावत के निर्देश के बाद खाद्य विभाग ने पिछले 5 दिनों में कई दुकानों पर औचक निरीक्षण करते हुए दूध के सैंपल लिए थे, लेकिन अब पनीर के भी सैंपल लेना शुरू कर दिए हैं, 26 जून यानि शुक्रवार को खाद्य विभाग के अधिकारियों ने राजधानी के विभिन्न स्थानों पर पहुंचकर दूध और पनीर की जांच की है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने करोद, इंद्रपुरी, कोलार, लालघाटी, हलालपुर, संजीव नगर से खुले दूध और पनीर के 5 नमूने खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के अंतर्गत जांच के लिए हैं. डेयरी के पनीर की भी इस दौरान जांच की गई है.
संभागायुक्त कविंद्र कियावत के निर्देश पर बारिश शुरू होने के बाद दूध और दूध से बने अन्य पदार्थों की जांच का अभियान लगातार जारी है. राजधानी में खाद्य सुरक्षा विभाग की दो टीमों ने शहर और ग्रामीण क्षेत्र की पांच डेयरियों से सैंपल लेकर जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा है. जांच में अगर मिलावट पाई जाती है, तो संबंधित दुकान और डेयरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
प्रदेश में पूर्व सरकार द्वारा भी मिलावट के खिलाफ अभियान चलाया गया था, जिसे लोगों द्वारा भी काफी पसंद किया गया था, क्योंकि इस अभियान के तहत कई मिलावटखोरों को पकड़ा गया था. साथ ही ऐसे लोगों पर रासुका के तहत कार्रवाई भी की गई थी, लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ ही मिलावट के खिलाफ जारी अभियान ठंडे बस्ते में चला गया था. हालांकि यह अभियान अभी खाद्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में शुरू नहीं किया गया है. केवल राजधानी में ही इस अभियान को चलाया जा रहा है.