भोपाल। राजधानी भोपाल के पीपुल्स हॉस्पिटल में भारत बायोटेक और आईसीएमआर के संयुक्त तत्वाधान में बन रही को-वैक्सीन का थर्ड स्टेज का ट्रायल चल रहा है. पिछले महीने ही शुरू हुए इस ट्रायल में अब तक 1 हजार वॉलिंटियर्स को वैक्सीन का पहला डोज दे दिया है. 17 दिन में ही पीपुल्स मेडिकल कॉलेज ने अपने टारगेट पूरा कर लिया है. जिसके बाद अब अगले चरण में 500 और वॉलिंटियर्स को को-वैक्सीन के डोज दिया जाएगा.
पीपुल्स यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डॉ. राजेश कपूर ने बताया कि 27 नवम्बर को जब हमने वैक्सीन का ट्रायल शुरू किया था, तो बहुत कम लोग वॉलेंटियर बन कर आ रहे थे. पर अब धीरे-धीरे लोगों में भी वैक्सीन को लेकर जिज्ञासा है. जिसके कारण ज्यादा से ज्यादा लोग वॉलिंटियर बन कर आ रहे हैं. लोगों की जिज्ञासा के कारण ही हमने अपना पहला टारगेट पूरा कर लिया है और हम अपने दूसरे टारगेट जिसमें 500 वॉलिंटियर्स के ऊपर ट्रायल होना है उसे भी पूरा कर लेंगे.
वाइस चांसलर डॉ. कपूर ने बताया कि के ट्रायल के लिए अलग-अलग आयु वर्ग के लोग सामने आए हैं. इसमें युवाओं से लेकर 90 वर्ष के बुजुर्ग भी शामिल है. महिलाएं भी इसमें पीछे नहीं है. साथ ही दिव्यांग भी वॉलेंटियर बने है.
अभी दिया गया है एक ही डोज
बता दें कि स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को-वैक्सीन के हर व्यक्ति को 2 डोज दिए जाने है. ट्रायल में अभी जितने भी वॉलेंटियर है सभी को अभी 1 ही डोज दिए गए है. पहला डोज लगने के करीब 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा.