भोपाल। राजधानी भोपाल के शाहजहानी पार्क में पिछले 65 दिनों से धरने पर बैठे अतिथि विद्वान महिलाएं 19 फरवरी को मुंडन करवा कर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी को भेंट करेंगी. नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले एक साल से संघर्ष कर रही महिला अतिथि विद्वान मांग पूरी नहीं होने से परेशान होकर ये कदम उठाने जा रही हैं.
अतिथि विद्वानों का कहना है कि वह पिछले 65 दिनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार के कान पर जू तक नहीं रेंग रही. अब वह सरकार से आर-पार की लड़ाई करेंगे. उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि अगर वह नियमित नहीं कर सकती तो अतिथि विद्वानों को भ्रम में भी न रखे और शाहजहानी पार्क में ही सभी अतिथि विद्वानों को जहर दे-दे.
अतिथि विद्वानों का आरोप है कि एक-एक कर अतिथि विद्वान जो मर रहा है, उसकी जिम्मेदार कांग्रेस सरकार है. उमरिया में जिस अतिथि विद्वान ने आत्महत्या की थी, उसकी छह माह से सेलरी नहीं आई थी. आर्थिक कठिनाइयों से हारकर उसने आत्महत्या कर ली. अब शाहजहानी पार्क में हजारों की संख्या में बैठे अतिथि विद्वान आत्महत्या करेंगे और इसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार होगी.
महिला अतिथि विद्वानों का कहना है कि 19 फरवरी को मुंडन कराएंगी और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी को अपने केश भेंट करेंगी. महिलाओं ने कहा कि ये वही मंत्री हैं, जिन्होंने बीजेपी की सरकार में एक महिला के केश त्याग होने पर बड़े-बड़े शब्द कहे थे कि प्रदेश की बीजेपी सरकार को डूब मरना चाहिए, जो हिंदू संस्कृति में रहने वाली महिलाओं के केश त्याग करवा रही है.