भोपाल: ई-टेंडर घोटाले में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी आज ईओडब्ल्यू के दफ्तर पहुंचे. ईओडब्ल्यू की टीम ने मनीष रस्तोगी से तकरीबन दो घंटे तक पूछताछ कर ई-टेंडर से संबंधित जानकारी मांगी. बताया जा रहा है कि मनीष रस्तोगी ने उन टेंडर्स की भी एक सूची ईओडब्ल्यू को सौंपी है, जिनमें टेंपरिंग कर कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया है.
ईओडब्ल्यू दफ्तर से बाहर निकलने के बाद मनीष रस्तोगी ने पूछताछ से साफ इनकार करते हुए यह कहा कि वह महज ईओडब्ल्यू के डीजी से मुलाकात करने आए थे, उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईओडब्ल्यू को दोबारा किसी जानकारी की जरूरत होगी तो वह जरूर मदद करेंगे.
ईओडब्ल्यू के डीजी केएन तिवारी ने कहा कि मनीष रस्तोगी को कार्यालय जानकारी लेने के लिए बुलाया गया था, क्योंकि आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी ने ही एमपीएसईडीसी के एमडी रहते हुए ई-टेंडर घोटाले का खुलासा किया था और मामले की शिकायत ईओडब्ल्यू से की थी. प्राथमिक जांच में भी मनीष रस्तोगी ने मदद की थी.
साल 2015 में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी का एमडी नियुक्त किया गया था. इस दौरान ही उन्होंने ई-टेंडर में गड़बड़ पाई थी और इस पूरे घोटाले को उजागर किया था, हालांकि कुछ महीनों बाद ही मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी से हटा दिया गया था. मनीष रस्तोगी राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव हैं.