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ई- टेंडर घोटाला: EOW ने IAS मनीष रस्तोगी से की पूछताछ

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Published : Apr 23, 2019, 8:52 PM IST

मनीष रस्तोगी को कार्यालय जानकारी लेने के लिए बुलाया गया था, क्योंकि आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी ने ही एमपीएसईडीसी के एमडी रहते हुए ई-टेंडर घोटाले का खुलासा किया था और मामले की शिकायत ईओडब्ल्यू से की थी. प्राथमिक जांच में भी मनीष रस्तोगी ने मदद की थी.

केएन तिवारी, डीजी, ईओडब्ल्यू

भोपाल: ई-टेंडर घोटाले में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी आज ईओडब्ल्यू के दफ्तर पहुंचे. ईओडब्ल्यू की टीम ने मनीष रस्तोगी से तकरीबन दो घंटे तक पूछताछ कर ई-टेंडर से संबंधित जानकारी मांगी. बताया जा रहा है कि मनीष रस्तोगी ने उन टेंडर्स की भी एक सूची ईओडब्ल्यू को सौंपी है, जिनमें टेंपरिंग कर कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया है.


ईओडब्ल्यू दफ्तर से बाहर निकलने के बाद मनीष रस्तोगी ने पूछताछ से साफ इनकार करते हुए यह कहा कि वह महज ईओडब्ल्यू के डीजी से मुलाकात करने आए थे, उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईओडब्ल्यू को दोबारा किसी जानकारी की जरूरत होगी तो वह जरूर मदद करेंगे.


ईओडब्ल्यू के डीजी केएन तिवारी ने कहा कि मनीष रस्तोगी को कार्यालय जानकारी लेने के लिए बुलाया गया था, क्योंकि आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी ने ही एमपीएसईडीसी के एमडी रहते हुए ई-टेंडर घोटाले का खुलासा किया था और मामले की शिकायत ईओडब्ल्यू से की थी. प्राथमिक जांच में भी मनीष रस्तोगी ने मदद की थी.

बाइट

साल 2015 में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी का एमडी नियुक्त किया गया था. इस दौरान ही उन्होंने ई-टेंडर में गड़बड़ पाई थी और इस पूरे घोटाले को उजागर किया था, हालांकि कुछ महीनों बाद ही मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी से हटा दिया गया था. मनीष रस्तोगी राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव हैं.

भोपाल: ई-टेंडर घोटाले में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी आज ईओडब्ल्यू के दफ्तर पहुंचे. ईओडब्ल्यू की टीम ने मनीष रस्तोगी से तकरीबन दो घंटे तक पूछताछ कर ई-टेंडर से संबंधित जानकारी मांगी. बताया जा रहा है कि मनीष रस्तोगी ने उन टेंडर्स की भी एक सूची ईओडब्ल्यू को सौंपी है, जिनमें टेंपरिंग कर कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया है.


ईओडब्ल्यू दफ्तर से बाहर निकलने के बाद मनीष रस्तोगी ने पूछताछ से साफ इनकार करते हुए यह कहा कि वह महज ईओडब्ल्यू के डीजी से मुलाकात करने आए थे, उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईओडब्ल्यू को दोबारा किसी जानकारी की जरूरत होगी तो वह जरूर मदद करेंगे.


ईओडब्ल्यू के डीजी केएन तिवारी ने कहा कि मनीष रस्तोगी को कार्यालय जानकारी लेने के लिए बुलाया गया था, क्योंकि आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी ने ही एमपीएसईडीसी के एमडी रहते हुए ई-टेंडर घोटाले का खुलासा किया था और मामले की शिकायत ईओडब्ल्यू से की थी. प्राथमिक जांच में भी मनीष रस्तोगी ने मदद की थी.

बाइट

साल 2015 में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी का एमडी नियुक्त किया गया था. इस दौरान ही उन्होंने ई-टेंडर में गड़बड़ पाई थी और इस पूरे घोटाले को उजागर किया था, हालांकि कुछ महीनों बाद ही मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी से हटा दिया गया था. मनीष रस्तोगी राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव हैं.

Intro:भोपाल- ई टेंडर घोटाले में आज आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी ईओडब्ल्यू के दफ्तर पहुंचे यहां ईओडब्ल्यू की टीम ने मनीष रस्तोगी से 2 घंटे तक पूछताछ की और ई टेंडर से संबंधित जानकारी ली यह भी बताया जा रहा है कि मनीष रस्तोगी ने उन टेंडर्स की भी एक सूची ईओडब्ल्यू को सौंपी है जिनमें टेंपरिंग कर कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया है हालांकि इस दौरान पूछताछ के बाद जब मनीष रस्तोगी युवा डब्लू कार्यालय से बाहर निकले तो उन्होंने पूछताछ के बाद से साफ इनकार करते हुए यह कहा कि वह महज ईओडब्ल्यू के डीजी से मुलाकात करने आए थे उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईओडब्ल्यू को दोबारा किसी जानकारी की जरूरत होगी तो वह जरूर उपलब्ध रहेंगे।


Body:ईओडब्ल्यू कार्यालय में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी से करीब 2 घंटे तक चली पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू के डीजी केएन तिवारी ने कहा कि मनीष रस्तोगी को कार्यालय जानकारी लेने के लिए बुलाया गया था क्योंकि आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी नहीं एमपीएसईडीसी केएमडी रहते हुए ई टेंडर घोटाले को पकड़ा था और इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू से की थी साथ ही प्राथमिक जांच में भी मनीष रस्तोगी ने सहयोग किया था बता दें कि साल 2015 में आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी का एमडी नियुक्त किया गया था इस दौरान ही उन्होंने ई टेंडर ओं में गड़बड़ पाई थी और इस पूरे घोटाले को उजागर किया था हालांकि कुछ महीनों बाद ही मनीष रस्तोगी को एमपीएसईडीसी से हटा दिया गया था वर्तमान में मनीष रस्तोगी राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव हैं।

बाइट- मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव, राजस्व विभाग।
बाइट- केएन तिवारी, डीजी, ईओडब्ल्यू।


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