भोपाल। जिले में कोरोना वैक्सीन को लेकर प्रशासन जुटा हुआ है. प्रशासन चाहता है कि जल्द से जल्द लोग वैक्सीनेट हो जाएं और सुरक्षित हो जाएं. लेकिन कुछ इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है. जिससे वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के बाद भी लोग दूसरा डोज लगवाने से बच रहे हैं. उनका मानना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद तबीयत खराब होती है और ज्यादा खराब होती है. जबकि डॉक्टर्स का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद थोड़ा फीवर आता है लेकिन परेशानी की कोई बात नहीं वो जल्द ही ठीक हो जाता है.हालांकि डॉक्टर ये भी कह रहे हैं कि 18 से 44 साल के लोगों में ज्यादा वैक्सीन कराने को लेकर उत्साह है.
दोनों वैक्सीन में कोई कमी नहीं
दीपड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉ. मीनाक्षी पटेल ने बताया कि युवा वर्ग टीकाकरण के लिए आ रहा हैं और लोगों में कोवैक्सीन को लेकर काफी उत्साह है, लोगों का मानना है कि कोवैक्सीन ज्यादा कारगर है. और काफी लोग सेंटर पर कोवैक्सीन के लिये आ रहे हैं उन्होने बताया कि 18 से 44 आयु वर्ग में उनके क्षेत्र में काफी टीकाकरण हो गया है और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में 92 से 95 परसेंट लोग टीकाकरण करवा लेंगे. वे लोगों को समझा भी रही हैं कि दोनों वैक्सीन में कोई कमी नहीं है.
45 साल से अधिक के लोग नहीं ले रहे दूसरा डोज लेने में रुचि
45 से अधिक आयु वर्ग के लोग जिनको दूसरा रोज लगना है. वे लोग कम रुचि ले रहे हैं और उनको फोन लगाकर फिर भी बुलाया जा रहा है कि आप आकर अपना दूसरा डोज लगवाएं लेकिन बुखार के डर से लोग दूसरा डोज लगवाने से बच रहे हैं.डॉक्टर का कहना है कि काफी लोगों ने जवाब दिया कि जब हमें मरना ही है तो ऐसे ही मर जाएंगे वैक्सीन क्यों लगवाएं हालांकि वैक्सीन को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरुक कर रहा है.