भोपाल| राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में होने जा रहे संत समागम को लेकर एक नया विवाद सामने आया है दरअसल सरकार ने संत समागम में फूड अफसरों की ड्यूटी लगाई है वह भी केवल इसलिए कि फूड इंस्पेक्टर अपनी देखरेख में संतों के लिए भोजन बनवाने की व्यवस्था करेंगे इससे पहले भी शिक्षकों की ड्यूटी सामूहिक विवाह में लगाई गई थी जिसका काफी विरोध हुआ था उसके बाद सरकार ने शिक्षकों की ड्यूटी के आदेश निरस्त कर दिए थे लेकिन एक बार फिर सरकारी अफसरों को संतों के भोजन व्यवस्था में लगाया जाना चर्चा का केंद्र बना हुआ है
जानकारी के अनुसार फूड अफसर अपनी देखरेख में ही सभी संतों के भोजन की व्यवस्था करेंगे इसमें कंट्रोलर को खाना बनवाने का जिम्मा सौंपा गया है तो वहीं इंस्पेक्टर को खाने की क्वालिटी चेक करने का जिम्मा दिया गया है
खाद्य शाखा की जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया को मिंटो हॉल कार्यक्रम स्थल पर भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है इनके साथ संतोष को भी यहीं की व्यवस्था देखने का जिम्मा दिया गया.इसके अलावा एल एस गिल को विधानसभा विश्रामगृह में भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि जो कांग्रेस सरकार मिलावट के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है यदि इन अधिकारियों को भोजन व्यवस्था में तैनात किया जाएगा तो फिर मिलावट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई आखिर कब हो पाएगी हालांकि कोई भी अधिकारी इस फरमान के खिलाफ अपनी आवाज नहीं उठा रहा हैं.