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अब संतों के लिए भोजन बनवाएंगे फूड इंस्पेक्टर, संत समागम में लगाई गई ड्यूटी

भोपाल मे होने वाले संत समागम में फूड अफसरों की ड्यूटी लगाने पर विवाद गरमा गया है. जबकि इससे पहले भी सामूहिक विवाह में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने पर सरकार को आदेश निरस्त करने पडे़ थे.

संतों के लिए भोजन बनवाएंगे फूड इंस्पेक्टर
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Published : Sep 17, 2019, 10:22 AM IST

भोपाल| राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में होने जा रहे संत समागम को लेकर एक नया विवाद सामने आया है दरअसल सरकार ने संत समागम में फूड अफसरों की ड्यूटी लगाई है वह भी केवल इसलिए कि फूड इंस्पेक्टर अपनी देखरेख में संतों के लिए भोजन बनवाने की व्यवस्था करेंगे इससे पहले भी शिक्षकों की ड्यूटी सामूहिक विवाह में लगाई गई थी जिसका काफी विरोध हुआ था उसके बाद सरकार ने शिक्षकों की ड्यूटी के आदेश निरस्त कर दिए थे लेकिन एक बार फिर सरकारी अफसरों को संतों के भोजन व्यवस्था में लगाया जाना चर्चा का केंद्र बना हुआ है

duty of food officers imposed in Sant Samagam in bhopal
संतों के लिए भोजन बनवाएंगे फूड इंस्पेक्टर


जानकारी के अनुसार फूड अफसर अपनी देखरेख में ही सभी संतों के भोजन की व्यवस्था करेंगे इसमें कंट्रोलर को खाना बनवाने का जिम्मा सौंपा गया है तो वहीं इंस्पेक्टर को खाने की क्वालिटी चेक करने का जिम्मा दिया गया है
खाद्य शाखा की जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया को मिंटो हॉल कार्यक्रम स्थल पर भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है इनके साथ संतोष को भी यहीं की व्यवस्था देखने का जिम्मा दिया गया.इसके अलावा एल एस गिल को विधानसभा विश्रामगृह में भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि जो कांग्रेस सरकार मिलावट के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है यदि इन अधिकारियों को भोजन व्यवस्था में तैनात किया जाएगा तो फिर मिलावट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई आखिर कब हो पाएगी हालांकि कोई भी अधिकारी इस फरमान के खिलाफ अपनी आवाज नहीं उठा रहा हैं.

भोपाल| राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में होने जा रहे संत समागम को लेकर एक नया विवाद सामने आया है दरअसल सरकार ने संत समागम में फूड अफसरों की ड्यूटी लगाई है वह भी केवल इसलिए कि फूड इंस्पेक्टर अपनी देखरेख में संतों के लिए भोजन बनवाने की व्यवस्था करेंगे इससे पहले भी शिक्षकों की ड्यूटी सामूहिक विवाह में लगाई गई थी जिसका काफी विरोध हुआ था उसके बाद सरकार ने शिक्षकों की ड्यूटी के आदेश निरस्त कर दिए थे लेकिन एक बार फिर सरकारी अफसरों को संतों के भोजन व्यवस्था में लगाया जाना चर्चा का केंद्र बना हुआ है

duty of food officers imposed in Sant Samagam in bhopal
संतों के लिए भोजन बनवाएंगे फूड इंस्पेक्टर


जानकारी के अनुसार फूड अफसर अपनी देखरेख में ही सभी संतों के भोजन की व्यवस्था करेंगे इसमें कंट्रोलर को खाना बनवाने का जिम्मा सौंपा गया है तो वहीं इंस्पेक्टर को खाने की क्वालिटी चेक करने का जिम्मा दिया गया है
खाद्य शाखा की जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया को मिंटो हॉल कार्यक्रम स्थल पर भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है इनके साथ संतोष को भी यहीं की व्यवस्था देखने का जिम्मा दिया गया.इसके अलावा एल एस गिल को विधानसभा विश्रामगृह में भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि जो कांग्रेस सरकार मिलावट के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है यदि इन अधिकारियों को भोजन व्यवस्था में तैनात किया जाएगा तो फिर मिलावट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई आखिर कब हो पाएगी हालांकि कोई भी अधिकारी इस फरमान के खिलाफ अपनी आवाज नहीं उठा रहा हैं.

Intro:जिन्हें करना है मिलावटखोरो के खिलाफ कार्यवाही उनकी ड्यूटी लगाई गई संतों के भोजन व्यवस्था में


भोपाल | राजधानी के मिंटो हॉल में होने जा रहे संत समागम को लेकर एक नया विवाद सामने आया है दरअसल सरकार ने संत समागम में फूड अफसरों की ड्यूटी लगाई है वह भी केवल इसलिए कि फूड इंस्पेक्टर अपनी देखरेख में संतों के लिए भोजन बनवाने की व्यवस्था करेंगे इससे पहले भी शिक्षकों की ड्यूटी सामूहिक विवाह में लगाई गई थी जिसका काफी विरोध हुआ था उसके बाद सरकार ने शिक्षकों की ड्यूटी के आदेश निरस्त कर दिए थे लेकिन एक बार फिर सरकारी अफसरों को संतों के भोजन व्यवस्था में लगाया जाना चर्चा का केंद्र बना हुआ हैBody:बताया जा रहा है कि फूड अफसर अपनी देखरेख में ही सभी संतो के भोजन की व्यवस्था करेंगे इसमें कंट्रोलर को खाना बनवाने का जिम्मा सौंपा गया है तो वहीं इंस्पेक्टर को खाने की क्वालिटी चेक करने का जिम्मा दिया गया है बताया जा रहा है कि संत समागम में करीब दो हजार से ज्यादा संत राजधानी पहुंच रहे हैं इसे लेकर सरकार ने सभी संतो को रुकने की व्यवस्था अलग-अलग स्थानों पर की है इन सभी अफसरों की ड्यूटी भी वहां पर लगाई गई हैConclusion:खाद्य शाखा की जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया को मिंटो हॉल कार्यक्रम स्थल पर भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है इनके साथ संतोष को भी यही की व्यवस्था देखने का जिम्मा दिया गया वही दिनेश कुमार अहिरवार को बाणगंगा स्थित रघुवंशी समाज धर्मशाला में ठहरे हुए संतों की भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है और इनके साथ मयंक द्विवेदी की ड्यूटी भी लगाई गई है वही प्रताप सिंह और सत्यपाल सिंह जादौन की ड्यूटी बाणगंगा स्थित उत्कल धर्मशाला में ठहरे संतों के भोजन व्यवस्था में की गई इसके अलावा एल एस गिल को विधानसभा विश्रामगृह में भोजन व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है सफदर खान को पॉलिटेक्निक स्थित सर्किट हाउस में ठहरे संतों की भोजन व्यवस्था दी गई है वही राजू कातुलकर को बाणगंगा स्थित साहू समाज धर्मशाला में ठहरे साधु संतों की व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है .


अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि जो कांग्रेस सरकार मिलावट के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है अब वहीं खाद्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को संतों के भोजन व्यवस्था में लगा रही है यदि इन अधिकारियों को भोजन व्यवस्था में तैनात किया जाएगा तो फिर मिलावट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही आखिर कब हो पाएगी हालांकि कोई भी अधिकारी इस फरमान के खिलाफ अपनी आवाज नहीं उठा रहा है .
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