भोपाल। राजधानी के शासकीय शिक्षकों की कोविड-19 संक्रमण सर्वे में लगाई गई ड्यूटी को फिलहाल निरस्त कर दिया गया है. इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा आदेश निरस्त किए जाने का नोटिस जारी कर दिया गया है. जब शासकीय शिक्षकों की कोरोना सर्वे के लिए ड्यूटी लगाई गई थी, जिसे लेकर कई शिक्षकों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी.
बताया जा रहा है कि शिक्षकों के संबंध में जानकारी अपडेट किए बिना ड्यूटी तय करने के चलते रिटायर होने जा रहे शिक्षकों से लेकर दिव्यांग और कुछ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षकों के नाम भी इस लिस्ट में शामिल किए गए थे. जब यह गड़बड़ी सामने आई तो विभाग के द्वारा शनिवार को करीब 48 और रविवार को तय किए गए 1250 शिक्षकों के सर्वे के आदेश निरस्त किए गए हैं.
बताया जा रहा है कि अब नए सिरे से सूची बनाई जाएगी जिसे जल्द जारी किया जाएगा . विभाग के सामने मुश्किल यह भी थी कि प्रशासन ने ना तो किसी को ट्रेनिंग दी थी ना सुरक्षा के संसाधन उपलब्ध करवाए थे. कई शिक्षकों को घर से दूर सर्वे करने के लिए भी कहा गया था. वहीं दूसरी ओर शिक्षक संगठन लगातार बीमा कवर किए जाने की मांग भी कर रहे थे.
इतना ही नहीं सूची में केवल सहायक शिक्षकों के नाम थे, जबकि अध्यापक संवर्ग ओं का नाम इसमें शामिल ही नहीं किया गया था. जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने आदेश जारी करते हुए बताया है कि करुणा सर्वे में लगाए गए शिक्षकों की ड्यूटी की सूची को लेकर कुछ समस्याएं थीं, जिसके चलते इस आदेश को फिलहाल निरस्त किया गया है.