भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इस बीच आईडीएसपी (Integrated Disease Surveillance Programme) की इंचार्ज रह चुकी डॉ. वीणा सिन्हा को फिर से आईडीएसपी शाखा की कमान सौंप दी गई है. स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी कर डॉ. वीणा सिन्हा को इस शाखा की जिम्मेदारी सौंपी है.
भोपाल में कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवार तक कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे, इस मामले में तत्कालीन प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल, संयुक्त संचालक डॉ. वीणा सिन्हा और उप संचालक डॉ. प्रमोद गोयल पर लापरवाही बरतने के आरोप भी लगे थे. इस पूरे मामले की जांच के लिए दो डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किए गए थे. हालांकि, इस जांच को एक औपचारिकता के तौर पर पूरा कर लिया गया है.
अब फिर से स्वास्थ विभाग ने संयुक्त संचालक रहीं डॉ. वीणा सिन्हा को आईडीएसपी (एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम) शाखा का प्रभार दे दिया है. दो महीने पहले डॉ. वीणा सिन्हा ने संक्रमित होने के बाद तक अति जरूरी काम किए, जबकि उन्हें हल्का बुखार भी था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि बेटा-बहू और बेटी अमेरिका में हैं और उन्हें मेरी बीमारी का पता चला है, जिसके बाद से वो काफी परेशान हो रहे हैं.