भोपाल। मध्य प्रदेश के डॉक्टर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच करीब 1 घंटे बैठक चली. बैठक के बाद डॉक्टर ने निर्णय लिया है कि वह अभी अपने सामूहिक इस्तीफे नहीं सौपेंगे और यथावत काम पर रहेंगे. अब डॉक्टर को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद उनकी मांगों के समर्थन में आदेश जल्द जारी हो जाएंगे. बुधवार को हाईकोर्ट के आदेश के बाद सभी डॉक्टर हड़ताल खत्म कर काम पर लौट गए हैं, लेकिन इनका कहना था कि यह अपना आंदोलन जारी रखेंगे. इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इनका एक प्रतिनिधिमंडल मिलने पहुंचा, जहां करीब 1 घंटे चली वार्ता के बाद डॉक्टर वापस काम पर लौट आए.
डॉक्टरों और सीएम के बीच चर्चा: चिकित्सा महासंघ के संयोजक मंडल में शामिल राकेश मालवीय का कहना है कि मुख्यमंत्री चौहान ने उनकी सभी बातों को गंभीरता से सुना है. डीएसीपी के साथ मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का जो विरोध किया जा रहा था, उस पर भी सीएम ने विचार करने की बात कही है. सीएम ने इन सभी को आश्वासन दिया है कि इनकी मांगों का निराकरण किया जाएगा. इसके बाद यह सभी वापस काम पर लौटे हैं. डॉक्टर का कहना है कि अगर आश्वासन के बाद भी आगे कोई निर्णय नहीं होता है, तो यह सभी आगामी आंदोलन को लेकर पहले से ही तैयारी में है. फिलहाल इन्हें भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के साथ जो वार्ता हुई है. उसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और जल्द ही इनकी मांगों को लेकर आदेश जारी किए जाएंगे.
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डॉक्टरों के इस्तीफे की चर्चा: इससे पहले सुबह से ही मध्यप्रदेश के तमाम डॉक्टरों की एक वर्चुअल मीटिंग हुई. जिसमें आगामी रणनीति को लेकर चर्चा भी की गई. चर्चा में सामूहिक इस्तीफे देने के साथ ही हाईकोर्ट में अपील करने व बिना पैरोल के आंदोलन में शामिल होने पर भी कई डॉक्टर की सहमति बनी. दूसरी और कई जिलों में डॉक्टर ने इस्तीफे भी अधीक्षक और सीएमएचओ को सौंपना शुरू कर दिए थे. हरदा से ऐसी खबर आने के बाद मुख्यमंत्री निवास की ओर से डॉक्टर को मीटिंग के लिए बुलाया गया था. जहां इनके प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बैठक हुई. अब डॉक्टर को उम्मीद है कि बैठक के सकारात्मक परिणाम जल्द ही सामने आएंगे और इनकी मांगों पर आदेश जारी हो जाएंगे.