भोपाल। राजधानी के निजी हॉस्पिटल में तोड़-फोड़ और डॉक्टर,गार्ड और महिला नर्सो की पिटाई करने वाले पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया हैं यह प्रदेश का पहला केस जहां डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत लोगों को सजा सुनाई गई.
बता दें 11 अगस्त को अन्ना नगर के कुछ लोग बीमार महिला को इलाज के लिए पालीवाल हॉस्पिटल लाए थे. लेकिन डॉक्टर के मुताबिक महिला की मौत पहले ही हो चुकी थी,फिर भी परिजन उसके इलाज के लिए दवाब बना रहे थे, तब ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उन्हें समझाने का प्रयास किया,लेकिन परिजनों ने अस्पताल में तोड़-फोड़ की,मंदिर भी तोड़ दिया और डॉक्टर,गार्ड सहित महिला नर्सो की पिटाई कर दी,साथ ही महिला नर्सो के फ़ोटो खींचकर बाद में देख लेने और तेजाब डाल देने की धमकी भी दी थी.
सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, बाद मे अस्पताल प्रबंधन द्वारा गोविन्दपुरा थाने में घटना की रिपोर्ट, डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत करवाई,पुलिस ने विवेचना कर के,सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांच लोगों को दोषी पाया. दोषियों को न्यायालय से हिरासत में ले कर अगली सुनवाई तक के लिए जेल भेज दिया गया है.