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अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मारपीट का मामला ,आरोपियों को कोर्ट ने भेजा जेल

राजधानी के निजी अस्पताल में तोड़-फोड़ करने वाले आरोपियों को कोर्ट ने भेजा जेल, डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत हुई कार्रवाई

निजी अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मारपीट,आरोपियों को कोर्ट ने भेजा जेल
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Published : Aug 18, 2019, 4:02 AM IST

भोपाल। राजधानी के निजी हॉस्पिटल में तोड़-फोड़ और डॉक्टर,गार्ड और महिला नर्सो की पिटाई करने वाले पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया हैं यह प्रदेश का पहला केस जहां डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत लोगों को सजा सुनाई गई.

निजी अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मारपीट,आरोपियों को कोर्ट ने भेजा जेल

बता दें 11 अगस्त को अन्ना नगर के कुछ लोग बीमार महिला को इलाज के लिए पालीवाल हॉस्पिटल लाए थे. लेकिन डॉक्टर के मुताबिक महिला की मौत पहले ही हो चुकी थी,फिर भी परिजन उसके इलाज के लिए दवाब बना रहे थे, तब ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उन्हें समझाने का प्रयास किया,लेकिन परिजनों ने अस्पताल में तोड़-फोड़ की,मंदिर भी तोड़ दिया और डॉक्टर,गार्ड सहित महिला नर्सो की पिटाई कर दी,साथ ही महिला नर्सो के फ़ोटो खींचकर बाद में देख लेने और तेजाब डाल देने की धमकी भी दी थी.
सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, बाद मे अस्पताल प्रबंधन द्वारा गोविन्दपुरा थाने में घटना की रिपोर्ट, डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत करवाई,पुलिस ने विवेचना कर के,सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांच लोगों को दोषी पाया. दोषियों को न्यायालय से हिरासत में ले कर अगली सुनवाई तक के लिए जेल भेज दिया गया है.

भोपाल। राजधानी के निजी हॉस्पिटल में तोड़-फोड़ और डॉक्टर,गार्ड और महिला नर्सो की पिटाई करने वाले पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया हैं यह प्रदेश का पहला केस जहां डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत लोगों को सजा सुनाई गई.

निजी अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मारपीट,आरोपियों को कोर्ट ने भेजा जेल

बता दें 11 अगस्त को अन्ना नगर के कुछ लोग बीमार महिला को इलाज के लिए पालीवाल हॉस्पिटल लाए थे. लेकिन डॉक्टर के मुताबिक महिला की मौत पहले ही हो चुकी थी,फिर भी परिजन उसके इलाज के लिए दवाब बना रहे थे, तब ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उन्हें समझाने का प्रयास किया,लेकिन परिजनों ने अस्पताल में तोड़-फोड़ की,मंदिर भी तोड़ दिया और डॉक्टर,गार्ड सहित महिला नर्सो की पिटाई कर दी,साथ ही महिला नर्सो के फ़ोटो खींचकर बाद में देख लेने और तेजाब डाल देने की धमकी भी दी थी.
सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, बाद मे अस्पताल प्रबंधन द्वारा गोविन्दपुरा थाने में घटना की रिपोर्ट, डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत करवाई,पुलिस ने विवेचना कर के,सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांच लोगों को दोषी पाया. दोषियों को न्यायालय से हिरासत में ले कर अगली सुनवाई तक के लिए जेल भेज दिया गया है.

Intro:11 अगस्त को सुबह 9 बजे,अन्तरराज्यीय बस स्टैंड पर स्थित पालीवाल हॉस्पिटल में,अन्ना नगर निवासियों द्वारा मरीज नर्बदी बाई को उपचार हेतु लाया गया था,जिनकी पहले ही मृत्यु हो चुकी थी!जब परिजनों ने मृतका का जबर्दस्ती उपचार करने के लिए दवाब बनाया,तब ड्यूटी डॉक्टर ने उन्हें समझाने का प्रयास किया,लेकिन उपद्रवी परिजनों ने अस्पताल में तोड़ फोड़ की,मंदिर भी तोड़ दिया और ड्यूटी डॉक्टर,गार्ड सहित महिला नर्सेज की पिटाई की,उनके कपड़े फाडे,साथ ही महिला नर्सेज के फ़ोटो खींच कर बाद में देख लेने और तेजाब डाल देने की धमकी भी दी। सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, Body:बाद मे अस्पताल प्रबंधन द्वारा गोविन्दपुरा थाने में घटना की रिपोर्ट, डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत करवाई,पुलिस ने विवेचना कर के,सीसीटीवी फुटेज के आधार पर निम्नांकित लोगों को दोषी पाया-
श्याम लाल बंसल वल्द भूमिनी
राज बंसल वल्द राजकुमार
सोनू वल्द रमेश
संतोष सोनकर वल्द श्यामलाल
और
श्रीमती लक्ष्मी सोनकर पत्नी संतोष सोनकर,
को न्यायालय से हिरासत में ले कर अगली सुनवाई तक के लिए जेल भेज दिया गया है।Conclusion:यह प्रदेश का पहला कैसे जहाँ डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत लोगों को सजा सुनाई गई,,

बाईट:अमित कुमार,सी एस पी

Note: स्क्रीन शॉट के लिए सर आरोपियों के विजुअल भेजे है,,
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