भोपाल। अनलॉक-2 में बाजार, दुकानें और ऑफिस आदि खुल गए हैं. जहां लोगों को पब्लिक टॉयलेट और बाथरूम के इस्तेमाल की जरूरत महसूस हो रही है. लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अब सवाल उठ रहा है कि पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल के लिए कितने सुरक्षित हैं. पब्लिक टॉयलेट के इस्तेमाल के लिए डॉक्टर पालीवाल ने बताया कि अगर कोई कोरोना के मरीज ने उस पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल किया है, तो वहां पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
ऐसे में यदि दूसरा व्यक्ति संक्रमित जगहों तो पकड़ेगा तो वह स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित हो सकता है. सामान्य तौर पर यह देखा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने चेहरे पर सामान्य तौर पर 1 दिन में कम से कम 150 बार हाथ लगाता है. चाहे वह नाक साफ करना हो कान खुजाना हो, चाहे आंख को साफ करना हो या चेहरे का पसीना पोछना हो. ऐसे में जब कभी टॉयलेट से कोई स्वस्थ व्यक्ति बहुत अच्छे से हाथ साफ नहीं करेगा तो वह अपने चेहरे को छू लेंगे तो कीटाणु हमारे मुंह में प्रवेश कर सकते हैं.
संक्रमित चीजों को छूने के परिणाम
सर्जन डॉक्टर पालीवाल ने कहा कि पब्लिक टॉयलेट में किसी भी चीज को छुने से संक्रमण फैल सकता है. इससे स्वस्थ व्यक्ति को दस्त लगते हैं. इसके साथ साथ उसे उल्टी भी हो सकती है. डॉक्टर पालीवाल ने बताया कि जिस सीट पर आप बैठे हैं तो वहां निश्चित निश्चित तौर पर संक्रमण रहेगा और कोई स्वस्थ व्यक्ति वहां जाता है तो निश्चित तौर पर उसका संपर्क कपड़ों से होगा. उस टॉयलेट की सीट से संपर्क में आएगा. उस समय कोरोना वायरस लग सकता है.
साबुन की टिकिया अपने पास रखें
सर्जन के मुताबिक वासवेशन में लोग कुल्ला आदि करते हैं. मुंह साफ करते हैं. यदि ऐसे किसी व्यक्ति को कोरोना है तो खतरा है. एक व्यक्ति के बाद दूसरे व्यक्ति के लिए तुरंत वासवेशन साफ करना संभव नहीं है. अगर पब्लिक टॉयलेट यूज करना ही पड़ रहा है तो एक साबुन की टिकिया अपने साथ हमेशा रखें और टॉयलेट कि किसी जगह को नहीं छुए और अपने साबुन से हाथ धो ताकि रह सके सुरक्षित.
सावधानी से करें बाथरूम का यूज
डॉक्टर पालीवाल ने बताया कि यदि किसी को पब्लिक टॉयलेट का बहुत जरूरी इस्तेमाल करना हो तो जरूरत है सावधानी रखने की. इसके साथ बाथरूम एटिकेट का पालन स्वयं भी सख्ती से करें.