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हार्ट पेशेंट भी लगवा सकते हैं वैक्सीन- डॉक्टर

भोपाल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमित भटनागर ने ईटीवी भारत बातचीत की. उन्होंने बताया कोरोना वायरस के कारण खून के थक्के जमने लगते हैं. कई बार में थक्के, बड़े हो जाते हैं, जिसके कारण ब्लॉकेज हो जाता है और मरीज को हार्ट अटैक की समस्या आ जाती है.

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Published : May 6, 2021, 9:41 AM IST

Updated : May 6, 2021, 9:53 AM IST

भोपाल। कोविड के चलते काफी लोग तरह-तरह की भ्रांतियों के चलते टीकाकरण नहीं करा रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल भर्ती मरीजों को हार्टअटैक आने के की भी काफी मामले सामने आ रहे हैं. इसके चलते भोपाल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमित भटनागर ने ईटीवी भारत बातचीत की. उन्होंने बताया कोरोना वायरस के कारण खून के थक्के जमने लगते हैं. कई बार में थक्के, बड़े हो जाते हैं, जिसके कारण ब्लॉकेज हो जाता है और मरीज को हार्ट अटैक की समस्या आ जाती है. इसके अलावा उन्होंने कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण कराने की भी सलाह दी है.

हार्ट पेशेंट भी लगवा सकते हैं वैक्सीन- डॉक्टर

ह्रदय रोग से ग्रसित लोग भी लगवा सकते हैं वैक्सीन

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुमित भटनागर ने बातचीत में उन्होंने बताया कोविड सबसे पहले फेफड़ों को संक्रमित करता है और उसके साथ खून के थक्के भी जमाता है और काफी बार यह खून के थक्के हृदय को रक्त सप्लाई करने वाली नसों, नलियों में चले जाते हैं, जिसके कारण मरीजों को अचानक हार्ट अटैक की समस्या आ जाती है. हालांकि कुछ इंजेक्शन और दवाइयों से उन्हें हटाने का प्रयास किया जाता है, लेकिन कई बार यह देखने में आया है कि थक्के बड़े होने के कारण अचानक कार्डियक अटैक की समस्या हो जाती है. ऐसे मामलों में मरीजों को खून पतला करने की दवाइयां भी साथ मे दी जा रही है. मरीज के ठीक होने के बाद भी एक से दो महीने तक उसे खून पतला करने की दवाई लेने की सलाह दी जाती है, ताकि किसी प्रकार का खतरा न रहे.

डॉक्टर की सलाह

कोरोना के मामले में आप डॉक्टर के पास जाने में देर न करे. कोरोना के सिम्टम्स आते ही तत्काल डॉक्टर की सलाह लें. डॉक्टर के मुताबिक कि सर्दी खासी और बुखार को हल्के में न ले. लोग 7 से 8 दिन बाद मरीज उनके पास पहुंच रहे हैं. यह न करे जितनी जल्दी हो तत्काल डॉक्टर की सलाह ले और जल्द ही जांच करवाएं ताकि समय पर इलाज लेकर कोविड से होने वाले खतरे को टाला जा सकता है.

हार्ट के मरीज के लगवा सकते हैं वैक्सीन

उन्होंने हृदय रोगियों और ब्लड प्रेशर के मरीजों को सलाह दी कि कोरोना की वजह से अपनी हार्ट की दवाई किसी भी हालत में बंद न करे. काफी लोग कोरोना के इलाज के चलते अपने हार्ट और ब्लड प्रेशर की दवाइयों पर ध्यान नहीं देते हैं, जो कि ज्यादा खतरनाक है. टीकाकरण के लिये उन्होंने बताया कि हार्ट के मरीज टीकाकरण करवा सकते हैं. इसमें बहुत ही मिनिमम रिस्क है लेकिन टीकाकरण के फायदे बहुत अधिक है. इसलिये किसी प्रकार की भ्रांतियों में न आए और टीकाकरण जरुर लगवाएं. अपनी हार्ट और ब्लड प्रेशर की दवाई नियमित रूप से लेते रहे और समय-समय पर अपने डॉक्टर की सलाह लेते रहे.

भोपाल। कोविड के चलते काफी लोग तरह-तरह की भ्रांतियों के चलते टीकाकरण नहीं करा रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल भर्ती मरीजों को हार्टअटैक आने के की भी काफी मामले सामने आ रहे हैं. इसके चलते भोपाल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमित भटनागर ने ईटीवी भारत बातचीत की. उन्होंने बताया कोरोना वायरस के कारण खून के थक्के जमने लगते हैं. कई बार में थक्के, बड़े हो जाते हैं, जिसके कारण ब्लॉकेज हो जाता है और मरीज को हार्ट अटैक की समस्या आ जाती है. इसके अलावा उन्होंने कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण कराने की भी सलाह दी है.

हार्ट पेशेंट भी लगवा सकते हैं वैक्सीन- डॉक्टर

ह्रदय रोग से ग्रसित लोग भी लगवा सकते हैं वैक्सीन

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुमित भटनागर ने बातचीत में उन्होंने बताया कोविड सबसे पहले फेफड़ों को संक्रमित करता है और उसके साथ खून के थक्के भी जमाता है और काफी बार यह खून के थक्के हृदय को रक्त सप्लाई करने वाली नसों, नलियों में चले जाते हैं, जिसके कारण मरीजों को अचानक हार्ट अटैक की समस्या आ जाती है. हालांकि कुछ इंजेक्शन और दवाइयों से उन्हें हटाने का प्रयास किया जाता है, लेकिन कई बार यह देखने में आया है कि थक्के बड़े होने के कारण अचानक कार्डियक अटैक की समस्या हो जाती है. ऐसे मामलों में मरीजों को खून पतला करने की दवाइयां भी साथ मे दी जा रही है. मरीज के ठीक होने के बाद भी एक से दो महीने तक उसे खून पतला करने की दवाई लेने की सलाह दी जाती है, ताकि किसी प्रकार का खतरा न रहे.

डॉक्टर की सलाह

कोरोना के मामले में आप डॉक्टर के पास जाने में देर न करे. कोरोना के सिम्टम्स आते ही तत्काल डॉक्टर की सलाह लें. डॉक्टर के मुताबिक कि सर्दी खासी और बुखार को हल्के में न ले. लोग 7 से 8 दिन बाद मरीज उनके पास पहुंच रहे हैं. यह न करे जितनी जल्दी हो तत्काल डॉक्टर की सलाह ले और जल्द ही जांच करवाएं ताकि समय पर इलाज लेकर कोविड से होने वाले खतरे को टाला जा सकता है.

हार्ट के मरीज के लगवा सकते हैं वैक्सीन

उन्होंने हृदय रोगियों और ब्लड प्रेशर के मरीजों को सलाह दी कि कोरोना की वजह से अपनी हार्ट की दवाई किसी भी हालत में बंद न करे. काफी लोग कोरोना के इलाज के चलते अपने हार्ट और ब्लड प्रेशर की दवाइयों पर ध्यान नहीं देते हैं, जो कि ज्यादा खतरनाक है. टीकाकरण के लिये उन्होंने बताया कि हार्ट के मरीज टीकाकरण करवा सकते हैं. इसमें बहुत ही मिनिमम रिस्क है लेकिन टीकाकरण के फायदे बहुत अधिक है. इसलिये किसी प्रकार की भ्रांतियों में न आए और टीकाकरण जरुर लगवाएं. अपनी हार्ट और ब्लड प्रेशर की दवाई नियमित रूप से लेते रहे और समय-समय पर अपने डॉक्टर की सलाह लेते रहे.

Last Updated : May 6, 2021, 9:53 AM IST
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