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दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर लगाया सौतेला व्यवहार करने का आरोप, सासंदों को लिखा पत्र - केंद्र पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश की मांगों को लेकर दिल्ली जाकर पीएम मोदी से मिलने और धरना-प्रदर्शन करने की अपील करते हुए लोकसभा के 29 और राज्यसभा के 10 सांसदों को पत्र लिखा है.

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह
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Published : Nov 7, 2019, 12:11 PM IST

भोपाल। प्रदेश सरकार के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार के खिलाफ जल्दी ही दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की बात कही है. इस बारे में दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के सभी 39 सांसदों को पत्र लिखकर जनहित में साथ देने की अपील की है. प्रदेश से निर्वाचित लोकसभा के 29 और राज्यसभा के 10 सदस्यों को एक पत्र जारी किया गया है.

letter of digvijay singh
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लिखा पत्र

इस पत्र के माध्यम से उन्होंने प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान और विकास की योजनाओं के लिए केंद्र सरकार के किए जा रहे भेदभावपूर्ण रवैये का उल्लेख किया है. दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में सभी सांसदों से कहा है कि प्रदेश के हितों की रक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर प्रदेश की जरूरतों के बारे में सभी सांसद उन्हें बताएं.

दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के एक करोड़ से अधिक किसानों के लिए यूरिया सहित पेयजल योजनाओं की राशि नहीं दिए जाने से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है. उन्होंने पत्र में केंद्र सरकार के 14वें वित्त आयोग की राशि का हिस्सा 90 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत करने को प्रदेश की जनता के हितों के विरुद्ध बताया है.

उन्होंने पत्र में लिखा है कि प्रदेश की जनता के विश्वास और विवेक को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. सभी सांसदों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली में साथ चलकर प्रदेश के लिए केंद्र सरकार से मांग करने और मांग पूरी नहीं होने पर विरोध-प्रदर्शन करने की अपील की है.

भोपाल। प्रदेश सरकार के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार के खिलाफ जल्दी ही दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की बात कही है. इस बारे में दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के सभी 39 सांसदों को पत्र लिखकर जनहित में साथ देने की अपील की है. प्रदेश से निर्वाचित लोकसभा के 29 और राज्यसभा के 10 सदस्यों को एक पत्र जारी किया गया है.

letter of digvijay singh
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लिखा पत्र

इस पत्र के माध्यम से उन्होंने प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान और विकास की योजनाओं के लिए केंद्र सरकार के किए जा रहे भेदभावपूर्ण रवैये का उल्लेख किया है. दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में सभी सांसदों से कहा है कि प्रदेश के हितों की रक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर प्रदेश की जरूरतों के बारे में सभी सांसद उन्हें बताएं.

दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के एक करोड़ से अधिक किसानों के लिए यूरिया सहित पेयजल योजनाओं की राशि नहीं दिए जाने से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है. उन्होंने पत्र में केंद्र सरकार के 14वें वित्त आयोग की राशि का हिस्सा 90 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत करने को प्रदेश की जनता के हितों के विरुद्ध बताया है.

उन्होंने पत्र में लिखा है कि प्रदेश की जनता के विश्वास और विवेक को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. सभी सांसदों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली में साथ चलकर प्रदेश के लिए केंद्र सरकार से मांग करने और मांग पूरी नहीं होने पर विरोध-प्रदर्शन करने की अपील की है.

Intro:दिग्विजय ने लिखा प्रदेश के सभी सांसदों को पत्र राहत राशि मामले में केंद्र के द्वारा किए जा रहे भेदभाव पूर्ण रवैया का किया जिक्र


भोपाल | प्रदेश सरकार के साथ सौतेला व्यवहार करने पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह केंद्र सरकार के खिलाफ शीघ्र दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की बात कहीं है इस संबंध में दिग्विजय सिंह के द्वारा प्रदेश के सभी 39 सांसदों को पत्र लिखकर जनहित में साथ देने का आह्वान किया गया है प्रदेश से निर्वाचित लोकसभा के 29 और राज्यसभा के 10 सदस्यों को एक पत्र जारी किया गया है या पत्र साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भी भेजा गया है दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में केंद्र सरकार द्वारा प्राकृतिक आपदा सहित विकास मुल्क योजनाओं में किए जा रहे भेदभाव का उल्लेख किया है प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता जनार्दन के हितों की रक्षा करने के लिए सभी को साथ आने की अपील भी की हैBody:प्रदेश सरकार के खिलाफ केंद्र द्वारा किए जा रहे भेदभाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के सभी लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों को इस मामले को लेकर साथ आने की अपील की है इस पत्र के माध्यम से उन्होंने प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान और विकास की योजनाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे भेदभाव पूर्ण रवैया का उल्लेख किया है दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में सभी सांसदों से कहा है कि प्रदेश के हितों की रक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर प्रदेश की आवश्यकताओं के बारे में आप लोगों के द्वारा बताया जाए उन्होंने लिखा है कि इस वर्ष बाल और अतिवृष्टि ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं इस त्रासदी ने लाखों परिवारों को प्रभावित किया हैConclusion:दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि अनुसूचित जाति जनजाति सहित कमजोर वर्ग के लोग बाढ़ आपदा से प्रभावित हुए हैं लाखों किसानों की फसलें चौपट हो गई है प्रदेश सरकार ने अपने बजट से फौरी तौर पर राहत पहुंचाने का काम किया है लेकिन केंद्रीय अध्ययन दल के दौरे के बाद भी केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राहत कोष से अब तक प्रदेश को राहत नहीं दी है उन्होंने कहा है कि प्रदेश के एक करोड़ से अधिक किसानों के लिए यूरिया सहित पेयजल योजनाओं की राशि नहीं दिए जाने का भारी नुकसान भी हो रहा है केंद्र सरकार के द्वारा 14वें वित्त आयोग की राशि में भी केंद्रीय अंश का हिस्सा 90 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत करने को प्रदेश की जनता के हितों के विरुद्ध बताया है वहीं उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के समर्थन मूल्य में खरीदी के डेढ हजार करोड़ों रुपए नहीं दिए जाने का भी जिक्र किया गया है उन्होंने वर्ष 2018 19 में केंद्रीय करों में 6547 करोड़ों रुपए कम करने को जनता के हितों के साथ कुठाराघात और दमनकारी बताया है .


पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि प्रदेश की जनता के विश्वास और विवेक को राजनीतिक चश्मे से देखने का काम नहीं किया जाना चाहिए सभी सांसदों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली में सात चलकर पर देश हित में केंद्र सरकार से मांग करने तथा मांग पूरी नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन करने की भी अपील की गई है .
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