भोपाल। नवरात्रि का पर्व देशभर में पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है. राजधानी में भी जगह-जगह झांकियां सजाई गई है. बारिश का दौर रुक जाने के बाद लोग भारी संख्या में अपने परिवार सहित झांकियों के दर्शन करने के लिए निकल रहे हैं. राजधानी की सबसे बड़ी झांकी बिट्टन मार्केट पर स्थापित की गई है.
बिट्टन मार्केट पर हाट बाजार व्यापारी संघ के द्वारा पिछले 13 वर्षों से स्थापित की जा रही है. इस झांकी की खासियत यह है कि हर बार इसे काफी बड़े स्तर पर बनाया जाता है और देश विदेश के नामी तीर्थ स्थलों की प्रतिकृति यहां पर हुबहू बनाई जाती है. दशहरा के 2 दिन बाद यहां पर भव्य भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें करीब 1 लाख से ज्यादा लोग शामिल होते हैं. इस झांकी पर पिछले 13 साल से लगातार पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ पधारते हैं .
80 कारीगरों ने 3 महीने में बनाई मीनाक्षी मंदिर की हूबहू प्रतिकृति
जय मां वैष्णो दुर्गा उत्सव समिति हाट बाजार व्यापारी संघ के ने बिट्टन मार्केट पर मदुरई के मीनाक्षी मंदिर की हूबहू प्रतिकृति बनाई है. इसे बनाने में करीब 3 महीने का समय लगा है. करीब 80 कारीगरों ने इसे अपने हुनर से सजाया है. इस झांकी को बनाने के लिए कोलकाता के कलाकार पिछले 3 महीने से राजधानी में डेरा डाले हुए थे. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को यह झांकी बेहद भा रही है हर व्यक्ति अपने मोबाइल में इस झांकी की झलक कैद करना चाहता है. बता दें कि इस झांकी में करीब 60 लाख रुपए का खर्चा आया है. झांकी में 50 सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए हैं साथ ही 24 घंटे पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ महिला पुलिस भी यहां मौजूद रहती है. झांकी पर चार बार मां जगदंबा की आरती उतारी जाती है आरती में भी हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं.
मदुरई मीनाक्षी मंदिर से बुलाई पंडितों की टीम
इस झांकी की खास बात यह है कि जो मीनाक्षी मंदिर बनाया गया है. पूजा-अर्चना करने के लिए भी मदुरई मीनाक्षी मंदिर से ही पंडितों की टीम आई हुई है. वह उसी विधि विधान से यहां पर पूजा कर रहे हैं जिस विधि विधान से मीनाक्षी मंदिर में पूजा अर्चना की जाती है. इन सभी पंडितों के रुकने की व्यवस्था समिति के द्वारा की गई है. उन्होंने बताया कि समिति ने निर्णय लिया है कि जितनी भी बड़ी मूर्तियां इस बार स्थापित की गई हैं उनमें से एक भी मूर्ति विसर्जित नहीं की जाएगी. इससे पर्यावरण संरक्षण का एक अच्छा संदेश लोगों के बीच में जाएगा. केवल एक छोटी मूर्ति को ही विसर्जित करा जाएगा. इस झांकी में हर बार की तरह इस बार भी शिव पार्वती को लेकर मूर्तियां स्थापित की गई है. 2016 से शिव और पार्वती के विवाह का प्रसंग यहां पर दर्शाया जा रहा है उसी के तहत इस वर्ष शिव पार्वती का आशीर्वाद और प्रीतिभोज कार्यक्रम दर्शाया गया है. जिसमें सभी देवी देवता उन्हें आशीर्वाद देने के लिए पधारे हैं.
शिवराज सिंह चौहान के तीर्थ दर्शन योजना से समिति को मिला आइडिया
समिति के संयोजक हरिओम खटीक का कहना है कि पिछले 13 वर्षों में यहां पर देश और विदेश के कई तीर्थ स्थलों की हूबहू प्रतिकृति बनाई गई है. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के द्वारा तीर्थ दर्शन योजना शुरू की गई थी. उसके बाद ही यह आइडिया समिति के लोगों के दिमाग में आया था कि हर बार किसी अच्छे और बड़े तीर्थ स्थल की प्रतिकृति के रूप में यहां झांकी स्थापित कराई जाएगी. यह झांकी करीब 60 हजार स्क्वायर फीट के क्षेत्र में बनाई गई है. मदुरई के मीनाक्षी मंदिर को देखने के लिए लोग उत्साहित है यहां लोग ना केवल राजधानी से बल्कि अन्य जिलों से भी पधार रहे हैं.