भोपाल। ज़िका वायरस को लेकर मध्यप्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोरोना हो या अन्य बीमारी सरकार समय-समय पर एडवायजरी जारी करती रही है. उसका पालन लोगों को एहतियातन करना चाहिए .
उन्होंने बताया कि कोरोना के भी कई वेरियंट आ गए है. इसे लेकर भी प्रदेश सरकार गंभीर है. जीनोम सिक्वेंसिंग से उसकी पहचान को लेकर भी प्रयास किए जा रहें हैं. लगातार बड़े पैमाने पर टेस्टिंग चल रही है, जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है.
नजर रख रहें हैं अस्पताल
सारंग ने दावा किया कि सरकारी और निजी अस्पतालों को जीका के लक्षणों पर नजर रखने को कह दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन में जीका के संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों पर सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों को निगाह रखने के लिए कहा गया है. संदिग्ध मरीज मिलने पर उसकी सूचना सीएमएचओ के जरिए या सीधे राज्य स्तर पर देने की ताकीद की गई है.
ऐसे फैलता है जीका वायरस
यह वायरस डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की ही तरह मच्छरों से फैलता है. यह एक प्रकार के एडीज मच्छर ही हैं, जो दिन में सक्रिय रहते हैं. अगर यह किसी संक्रमित व्यक्ति को काट लेता है, जिसके खून में वायरस मौजूद है, तो यह किसी अन्य व्यक्ति को काटकर वायरस फैला सकता है. मच्छरों के अलावा असुरक्षित शारीरिक संबंध और संक्रमित खून से भी जीका बुखार या वायरस फैलता है.