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मुरैना शराब कांड: सज्जन सिंह वर्मा बोले CM पर हो मुकदमा दर्ज

मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई 21 लोगों की मौत के मामले को लेकर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है. सज्जन सिंह वर्मा ने पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपए का मुआवजा देने की बात कही है.

Shivraj and Sajjan Singh
शिवराज और सज्जन सिंह
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Published : Jan 13, 2021, 3:18 PM IST

Updated : Jan 13, 2021, 3:31 PM IST

भोपाल। मुरैना में जहरीली शराब के कारण हुई मौतों को लेकर सियासत तेज हो गई है. पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है. पूर्व मंत्री ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर मुकदमा चलाने की मांग की है. वहीं पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही है.

जहरीली शराब माफिया कानून व्यवस्था पर हावी

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि आज मध्यप्रदेश के माथे पर 20 निर्दोष मौतों का दाग लगा है. जहरीली शराब माफिया प्रदेश की कानून व्यवस्था पर हावी है. जबकि सरकार केवल फिल्मी डायलॉग मारकर माफिया से लड़ने का स्वांग कर रही है. उन्होंने कहा कि जब कमलनाथ सरकार को 22 मार्च को गिराया गया था, तब हमने आरोप लगाया था कि कमलनाथ सरकार गिराने में माफियाओं का हाथ है. यह बात जल्द ही सच हो गई है.

सज्जन सिंह वर्मा

शिवराज की शपथ के बाद मई में सामने आया था मामला

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि याद होगा कि 23 मार्च को शिवराज सिंह ने शपथ ली और 4 मई को जहरीली शराब माफिया के कारनामे सामने आ गए. 4 मई को रतलाम के पचेड़ा और भटवासा गांव में 4 लोगों की शराब से मौत हुई. बाद में यह आंकड़ा 11 पर पहुंच गया. 6 सितंबर को बड़वानी के दीवानिया गांव में दो और मौतें हो गई. अक्टूबर में उज्जैन में 14 लोग काल के गाल में समा गए.

वहीं 7 जनवरी 2021 को खरगोन के देवला गांव में 2 लोगों की मौत हुई. इस घटना को मात्र 5 दिन बीते थे कि मुरैना में 20 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं. लगातार 8 महीने में इतनी मौतें सिद्ध करती है कि फिल्मी डायलॉग से मध्य प्रदेश के माफिया पर नकेल कसने की कोशिश एक धोखा है. लगता है माफियाओं को कुचलने के काम भाजपा के बस का नहीं है.

पढ़ें:43 मौतें, जिम्मेदार कौन? खोज जारी… मुरैना शराब कांड के आरोपियों पर इनाम घोषित

कानून व्यवस्था की स्थिति लचर और दयनीय

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी लचर और दयनीय हो चुकी है कि सीधी में एक दिन निर्भया जैसी दरिंदगी होती है. 2 दिन बाद ही खंडवा में अबोध बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर दी जाती है. जिस दिन गृहमंत्री दतिया जाते हैं,उसी दिन दिनदहाड़े लूट की वारदात हो जाती है. जनता को एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाना भेजना पड़ता है.

पूर्व मंत्री ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री प्रशासन को कसने की भरसक कोशिश करते हैं, लेकिन रिजल्ट जीरो है. जब शहडोल इन मासूम बच्चों की मौत हुई तब पूर्व मंत्री ने लापरवाह प्रशासन को ललकारा था, लेकिन व्यवस्था को सुदृढ नहीं उल्टे 29 बच्चों की अकाल मौत हो गई. स्थिति जस की तस बनी हुई है। मंत्री तो शौक और शोभा के लिए बनाए गए हैं.

मुख्यमंत्री पर चले हत्या का मुकदमा,पीड़ित परिवार को मिले 50 लाख मुआवजा

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान का भाषण और शब्दों का आडंबर नहीं चलेगा. 20 लोग जहरीली शराब से मरे हैं. सीएम पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाल नहीं पा रहे हैं. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. कलेक्टर एसपी को हटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह नॉर्मल रूटीन है. दूसरी अच्छी जगह भेज देंगे, क्योंकि सरकार को तो माल यही देते हैं. हटा दिया क्या होगा, एक महीने बाद आपको पता नहीं चलेगा की कहां पोस्टिंग हुई. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रूपए देना चाहिए. सघन अभियान चलाना चाहिए कि उस इलाके में जहरीली शराब ना बने,यह उस क्षेत्र की दूसरी घटना है.

भोपाल। मुरैना में जहरीली शराब के कारण हुई मौतों को लेकर सियासत तेज हो गई है. पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है. पूर्व मंत्री ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर मुकदमा चलाने की मांग की है. वहीं पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही है.

जहरीली शराब माफिया कानून व्यवस्था पर हावी

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि आज मध्यप्रदेश के माथे पर 20 निर्दोष मौतों का दाग लगा है. जहरीली शराब माफिया प्रदेश की कानून व्यवस्था पर हावी है. जबकि सरकार केवल फिल्मी डायलॉग मारकर माफिया से लड़ने का स्वांग कर रही है. उन्होंने कहा कि जब कमलनाथ सरकार को 22 मार्च को गिराया गया था, तब हमने आरोप लगाया था कि कमलनाथ सरकार गिराने में माफियाओं का हाथ है. यह बात जल्द ही सच हो गई है.

सज्जन सिंह वर्मा

शिवराज की शपथ के बाद मई में सामने आया था मामला

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि याद होगा कि 23 मार्च को शिवराज सिंह ने शपथ ली और 4 मई को जहरीली शराब माफिया के कारनामे सामने आ गए. 4 मई को रतलाम के पचेड़ा और भटवासा गांव में 4 लोगों की शराब से मौत हुई. बाद में यह आंकड़ा 11 पर पहुंच गया. 6 सितंबर को बड़वानी के दीवानिया गांव में दो और मौतें हो गई. अक्टूबर में उज्जैन में 14 लोग काल के गाल में समा गए.

वहीं 7 जनवरी 2021 को खरगोन के देवला गांव में 2 लोगों की मौत हुई. इस घटना को मात्र 5 दिन बीते थे कि मुरैना में 20 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं. लगातार 8 महीने में इतनी मौतें सिद्ध करती है कि फिल्मी डायलॉग से मध्य प्रदेश के माफिया पर नकेल कसने की कोशिश एक धोखा है. लगता है माफियाओं को कुचलने के काम भाजपा के बस का नहीं है.

पढ़ें:43 मौतें, जिम्मेदार कौन? खोज जारी… मुरैना शराब कांड के आरोपियों पर इनाम घोषित

कानून व्यवस्था की स्थिति लचर और दयनीय

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी लचर और दयनीय हो चुकी है कि सीधी में एक दिन निर्भया जैसी दरिंदगी होती है. 2 दिन बाद ही खंडवा में अबोध बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर दी जाती है. जिस दिन गृहमंत्री दतिया जाते हैं,उसी दिन दिनदहाड़े लूट की वारदात हो जाती है. जनता को एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाना भेजना पड़ता है.

पूर्व मंत्री ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री प्रशासन को कसने की भरसक कोशिश करते हैं, लेकिन रिजल्ट जीरो है. जब शहडोल इन मासूम बच्चों की मौत हुई तब पूर्व मंत्री ने लापरवाह प्रशासन को ललकारा था, लेकिन व्यवस्था को सुदृढ नहीं उल्टे 29 बच्चों की अकाल मौत हो गई. स्थिति जस की तस बनी हुई है। मंत्री तो शौक और शोभा के लिए बनाए गए हैं.

मुख्यमंत्री पर चले हत्या का मुकदमा,पीड़ित परिवार को मिले 50 लाख मुआवजा

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान का भाषण और शब्दों का आडंबर नहीं चलेगा. 20 लोग जहरीली शराब से मरे हैं. सीएम पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाल नहीं पा रहे हैं. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. कलेक्टर एसपी को हटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह नॉर्मल रूटीन है. दूसरी अच्छी जगह भेज देंगे, क्योंकि सरकार को तो माल यही देते हैं. हटा दिया क्या होगा, एक महीने बाद आपको पता नहीं चलेगा की कहां पोस्टिंग हुई. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रूपए देना चाहिए. सघन अभियान चलाना चाहिए कि उस इलाके में जहरीली शराब ना बने,यह उस क्षेत्र की दूसरी घटना है.

Last Updated : Jan 13, 2021, 3:31 PM IST
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