भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है. अपने-अपने कामों में जुटे अलग-अलग विभागों के कई सरकारी कर्मचारी इसकी चपेट में आ चुके हैं. शिक्षा विभाग के कर्मचारी भी इस महामारी से अछूते नहीं है. शिक्षक संगठनों के अनुसार पूरे प्रदेश में 1,800 से ज्यादा टीचर्स कोरोना संक्रमित है, जबकि अब तक 365 से ज्यादा टीचर कोरोना से अपनी जान गंवा चुके है. इसलिए शिक्षक संगठनों ने मांग की है कि अब शिक्षकों को भी कोरोना योद्धा का दर्जा मिले और कोरोना योद्धा योजना का लाभ मिले.
कोरोना योद्धा योजना से जोड़ने की मांग
शिक्षक संगठनों का कहना है कि कोरोना के खिलाफ हर लड़ाई में शिक्षक कदम से कदम मिलाकर लड़ रहे हैं. इस दौरान बच्चों को पढ़ाने के अलावा शिक्षकों ने कोविड जागरुकता अभियान, कोविड टीकाकरण, कोरोना जांच के लिए जागरुकता समेत कई कामों में सरकार का सहयोग दिया है लेकिन उन्हें किसी तरह की विशेष सुविधा नहीं दी गई. शिक्षक संगठनों का आरोप है कि विभाग को तो ये भी जानकारी नहीं है कि अभी तक कोरोना से शिक्षा विभाग के कितने कर्मचारियों की मौत हो चुकी है.
365 से ज्यादा शिक्षकों की मौत
बता दें कि शिक्षक संगठनो ने कोरोना से जान गंवाने वालों शिक्षकों की एक लिस्ट जारी की है. जिसके अनुसार प्रदेश में अबतक 365 से ज्यादा शिक्षक कोरोना से अपनी जान गंवा चुके हैं. बता दें कि कुछ समय पहले लोक शिक्षण संचालनालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख कर निर्देश दिए थे कि सभी प्राचार्य कोरोना से पीड़ित शिक्षकों की जानकारी मुख्यालय भेजें. आदेश में लिखा था कि शिक्षक ईमेल या वाट्सएप के जरिए भी जानकारी पहुंचा सकते हैं.