भोपाल। मध्यप्रदेश के नगर पालिका और नगर परिषद अध्यक्ष का कार्यकाल जनवरी में खत्म हो चुका है. सत्ता में आने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि वो नगर पालिका और परिषद अध्यक्षों का कार्यकाल कुछ महीनों के लिए बढ़ा देंगे, लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है, जिसके खिलाफ अब नगर पालिका और नगर परिषद अध्यक्ष आंदोलन पर उतर आए हैं.
नगर पालिका नगर परिषद संघ के अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे ने कहा, 'जनपद और जिला पंचायत के अध्यक्षों का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है, लेकिन अभी तक उनका कार्यकाल नहीं बढ़ा है, जबकि इस पूरे संकट के दौर में वो जनता की सेवा करते रहे हैं.' रविंद्र शिवहरे ने कहा कि अगर सीएम वादे के मुताबित निर्णय नहीं लेते तो संघ चुनाव का बहिष्कार करेगा.
बता दें, कोरोना वायरस के कारण चुनाव को टाला गया है और चुनाव नहीं होने की स्थिति में कार्यकाल को आगे बढ़ाने का सरकार की तरफ से एलान किया गया था. लेकिन यह फैसला अब तक लागू नहीं हुआ है, जिसको लेकर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष संघ के बैनर तले प्रदेश भर के नगर पालिका अध्यक्ष, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के बंगले पहुंचे और उनका कार्यकाल बढ़ाने की मांग की.