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लॉकडाउन: मैरिज गार्डन संचालकों को करोड़ों का नुकसान, लोगों ने कैंसिल कराई बुकिंग - Marriage garden operator

कोरोना के प्रकोप के चलते पिछले 1 महीने से लॉकडाउन की स्थिति है और राजधानी भोपाल में तो 3 मई के बाद भी लॉकडाउन खुलने की कोई उम्मीद नहीं है. ऐसे में अप्रैल और मई माह में होने वाली शादियों को भी कैंसिल कर दिया गया है, जिसका सबसे बड़ा नुकसान मैरिज गार्डन संचालकों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है.

Marriage garden operators
मैरिज गार्डन संचालकों को नुकसान
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Published : Apr 29, 2020, 12:52 AM IST

Updated : May 18, 2020, 11:28 AM IST

भोपाल। लॉकडाउन के चलते देशभर में पूरा व्यापार ठप पड़ा हुआ है. सभी दुकानें बाजार और व्यापारियों को इसका खासा नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. लॉकडाउन की वजह से अप्रैल और मई माह में होने वाली शादियां भी कैंसिल हो गई हैं, जिससे राजधानी के मैरिज गार्डन और होटल्स को भी भारी नुकसान हुआ है.

लॉकडाउन से मैरिज गार्डन संचालकों का करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ

बताया जा रहा है कि, इस सीजन में लॉकडाउन के चलते मैरिज गार्डन संचालकों को 1 महीने में कुल 100 करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ेगा. राजधानी भोपाल के नए और पुराने शहर में करीब 100 से ज्यादा छोटे-बड़े मैरिज गार्डन हैं. लगभग सभी मैरिज गार्डन शादियों के लिए बुक थे, लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन कर दिया गया.

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई परिवारों ने शादी समारोह भी निरस्त कर दिए, तो कुछ परिवारों ने डेट आगे बढ़ा दी है. राजधानी के एक परिवार की बात करें, तो इनके घर 14 अप्रैल को बेटे की शादी होनी थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते शादी की डेट आगे बढ़ानी पड़ी और सभी बुकिंग्स कैंसिल करनी पड़ी.

लॉकडाउन से मैरिज गार्डन संचालकों का करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ

करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा

मैरिज गार्डन संचालक चंदशेखर का कहना है कि, लॉकडाउन के चलते उनकी 2 से 3 बुकिंग कैंसिल हो गई हैं और दो बुकिंग की डेट आगे बढ़ाई गई है. बुकिंग करने वाले लोग पैसा वापस मांग रहे हैं. चंद्रशेखर ने बताया कि, इस पूरे सीजन में उन्हें और शादी व्यवसाय से जुड़े सभी व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा.

26 अप्रैल को होनी थी सबसे ज्यादा शादियां

इस साल 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया थी. इसे अबूझ मुहूर्त माना जाता है. इस दिन लोग बिना मुहूर्त निकलवाए सिर्फ दिनांक देखकर शादी तय कर लेते हैं. इस दिन प्रदेश सहित पूरे देश मे खूब शादियां होती हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. लॉकडाउन बढ़ने के बाद इस दिन शादियां नहीं हुईं.

नवंबर में निकलेंगे शादी के मुहूर्त

इधर पंडितों का कहना है कि, इस साल गर्मी के सीजन में विवाह मुहूर्त ज्यादा थे. अब 13 जून के बाद बहुत कम मुहूर्त हैं. राजधानी भोपाल में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 100 से भी ज्यादा मैरिज गार्डन हैं. इस पूरे सीजन में एक मैरिज गार्डन को लगभग एक से डेढ़ करोड़ का नुकसान उठाना पड़ेगा. इस लिहाज से राजधानी के मैरिज गार्डन के नुकसान की बात करें तो यह आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंचता है.

भोपाल। लॉकडाउन के चलते देशभर में पूरा व्यापार ठप पड़ा हुआ है. सभी दुकानें बाजार और व्यापारियों को इसका खासा नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. लॉकडाउन की वजह से अप्रैल और मई माह में होने वाली शादियां भी कैंसिल हो गई हैं, जिससे राजधानी के मैरिज गार्डन और होटल्स को भी भारी नुकसान हुआ है.

लॉकडाउन से मैरिज गार्डन संचालकों का करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ

बताया जा रहा है कि, इस सीजन में लॉकडाउन के चलते मैरिज गार्डन संचालकों को 1 महीने में कुल 100 करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ेगा. राजधानी भोपाल के नए और पुराने शहर में करीब 100 से ज्यादा छोटे-बड़े मैरिज गार्डन हैं. लगभग सभी मैरिज गार्डन शादियों के लिए बुक थे, लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन कर दिया गया.

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई परिवारों ने शादी समारोह भी निरस्त कर दिए, तो कुछ परिवारों ने डेट आगे बढ़ा दी है. राजधानी के एक परिवार की बात करें, तो इनके घर 14 अप्रैल को बेटे की शादी होनी थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते शादी की डेट आगे बढ़ानी पड़ी और सभी बुकिंग्स कैंसिल करनी पड़ी.

लॉकडाउन से मैरिज गार्डन संचालकों का करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ

करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा

मैरिज गार्डन संचालक चंदशेखर का कहना है कि, लॉकडाउन के चलते उनकी 2 से 3 बुकिंग कैंसिल हो गई हैं और दो बुकिंग की डेट आगे बढ़ाई गई है. बुकिंग करने वाले लोग पैसा वापस मांग रहे हैं. चंद्रशेखर ने बताया कि, इस पूरे सीजन में उन्हें और शादी व्यवसाय से जुड़े सभी व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा.

26 अप्रैल को होनी थी सबसे ज्यादा शादियां

इस साल 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया थी. इसे अबूझ मुहूर्त माना जाता है. इस दिन लोग बिना मुहूर्त निकलवाए सिर्फ दिनांक देखकर शादी तय कर लेते हैं. इस दिन प्रदेश सहित पूरे देश मे खूब शादियां होती हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. लॉकडाउन बढ़ने के बाद इस दिन शादियां नहीं हुईं.

नवंबर में निकलेंगे शादी के मुहूर्त

इधर पंडितों का कहना है कि, इस साल गर्मी के सीजन में विवाह मुहूर्त ज्यादा थे. अब 13 जून के बाद बहुत कम मुहूर्त हैं. राजधानी भोपाल में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 100 से भी ज्यादा मैरिज गार्डन हैं. इस पूरे सीजन में एक मैरिज गार्डन को लगभग एक से डेढ़ करोड़ का नुकसान उठाना पड़ेगा. इस लिहाज से राजधानी के मैरिज गार्डन के नुकसान की बात करें तो यह आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंचता है.

Last Updated : May 18, 2020, 11:28 AM IST
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