भोपाल। देशभर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं, जहां दुनिया भर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित केस के मामले में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, जो वाकई चिंता का विषय है. हालांकि इसी बीच एक अध्ययन से पता चला है कि बरसात के मौसम में कोरोना वायरस जैसी वैश्विक बीमारी अधिक खतरे के साथ फैलती है.
ऐसे ही कोरोना के मामलों में हालात सुधरे हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं और ऊपर से इस अध्ययन की वजह से लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खीच गई हैं. बारिश के मौसम में कोरोना वायरस के अधिक फैलने के संबंध में डॉक्टर जेपी पालीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि नमी युक्त वातावरण में वायरस के लिए उचित होता है. इस वक्त का जो तापमान है उसमें नमी है. वैसे ही इस मौसम में अन्य वायरल सहित बीमारियां खासकर बच्चों में सर्दी, खांसी और बुखार हो जाता है. कोरोना भी एक प्रकार का वायरल ही है, जिससे निश्चित तौर पर कोरोना वायरस बीमारी फैलने की अधिक संभावना होती है.
सावधानी रखने की आवश्यकता
कोरोना वायरस और अन्य बीमारियों के लक्षण एक जैसे ही होते हैं. ऐसे में यह लक्षण कोरोना वायरस के है या नहीं यह कहना अधिक मुश्किल हो जाता है. यही वजह है कि ऐसी परिस्थिति में बारिश में ज्यादा सावधानी रहने की आवश्यकता है. बारिश और नमी के मौसम में कोरोना वायरस का प्रकोप अधिक है. इसके चलते जरूरत है कि और ज्यादा सावधानी के साथ बीमारी से बचाव किया जाए.