भोपाल। राजधानी के हॉस्पिटल की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है. एलबीएस हॉस्पिटल में कोविड मरीज का शव चादर में लपेट कर परिजनों को सौंप दिया गया. होशंगाबाद के रहने वाले 68 वर्षीय संतोष जैन को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद एलबीएस में भर्ती कराया गया था लेकिन सोमवार सुबह हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई.
कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन
कोरोना मरीजों के इलाज में लगातार कौताही बरती जा रही है. उनकी मौत के बाद भी लापरवाही कम नहीं हो रही है. एलबीएस हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने मृतक का शव चादर में लपेट कर उनके परिजनों को सौंप दिया. बता दें कि कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक पीपीई किट में पैक करके ही शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा जाता है. बावजूद इसके यहां न तो शव को पीपीई किट में लपेटा कर सुरक्षित किया जा रहा है और न ही शव पुलिस को सौंपा जा रहा है. बल्कि परिजनों को सौंप दिया जा रहा है.
विदिशा में कोरोना गाइडलाइन पर उड़नदस्ते की नजर
ऐसे में अस्पताल प्रशासन कोरोना जैसी महामारी को लेकर गंभीर नहीं है और लगातार काम में लापरवाही अपना रहा है. कोरोना संक्रमित का शव सीधे परिजनों को दिये जाने का अर्थ वह कई को संक्रमित कर चुका होगा. इस संदर्भ में जब अस्पताल प्रशासन से बात की गईं तो वह मरीज की मौत कोरोना से होने की बात को स्वीकार ही नहीं कर रहे थे लेकिन जब एलबीएस अस्पताल के मैनेजर प्रदीप सिंह से बात की गई तो उन्होंने इस बात को स्वीकार किया.