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आरक्षक ने की आत्महत्या की कोशिश, पत्नी ने अधिकारियों पर लगाया प्रताड़ना का आरोप

अग्निशमन सेवा मुख्यालय में तैनात आरक्षक अभिजीत दुबे ने आत्महत्या की कोशिश की. मामला सामने आने के बाद आरक्षक अभिजीत दुबे की पत्नी के साथ मुख्यालय पर तैनात अन्य आरक्षकों के पत्नियों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

Fire service headquarters
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Published : Dec 20, 2019, 4:29 AM IST

Updated : Dec 20, 2019, 7:30 AM IST

भोपाल। अग्निशमन सेवा मुख्यालय में तैनात आरक्षक अभिजीत दुबे ने आत्महत्या की कोशिश की. हालांकि अभिजीत दुबे को बचा लिया गया है, फिलहाल उन्हें उपचार के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामला सामने आने के बाद आरक्षक अभिजीत दुबे की पत्नी के साथ मुख्यालय पर तैनात अन्य आरक्षकों की पत्नियों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.

आरक्षक की आत्महत्या की कोशिश के बाद हंगामा

मामला सामने आने के बाद अग्निशमन सेवा मुख्यालय पर पहुंचकर महिलाओं ने वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. महिलाओं का आरोप है कि आरक्षक पद पर भर्ती हुए जवानों से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने बंगलों पर नौकर का काम करवाया जा रहा है. साथ ही विरोध करने पर नौकरी से निकाले जाने की धमकी भी दी जा रही है, जिसकी वजह से सभी आरक्षकों को मानसिक प्रताड़ना का सामना भी करना पड़ रहा है.

महिलाओं का आरोप है कि विभाग के एडीजी शैलेश सिंह का बंगला चार इमली पर बना हुआ है, जहां इन सभी आरक्षक और ड्राइवर की ड्यूटी लगाई जाती है. अधिकारी के द्वारा बार-बार अपमानित किया जाता है. साथ ही इतनी ठंड में भी गर्म कपड़े पहनने की इजाजत नहीं दी जाती है. महिलाओं ने कहा कि वे इस मामले को लेकर सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करेंगी.

भोपाल। अग्निशमन सेवा मुख्यालय में तैनात आरक्षक अभिजीत दुबे ने आत्महत्या की कोशिश की. हालांकि अभिजीत दुबे को बचा लिया गया है, फिलहाल उन्हें उपचार के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामला सामने आने के बाद आरक्षक अभिजीत दुबे की पत्नी के साथ मुख्यालय पर तैनात अन्य आरक्षकों की पत्नियों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.

आरक्षक की आत्महत्या की कोशिश के बाद हंगामा

मामला सामने आने के बाद अग्निशमन सेवा मुख्यालय पर पहुंचकर महिलाओं ने वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. महिलाओं का आरोप है कि आरक्षक पद पर भर्ती हुए जवानों से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने बंगलों पर नौकर का काम करवाया जा रहा है. साथ ही विरोध करने पर नौकरी से निकाले जाने की धमकी भी दी जा रही है, जिसकी वजह से सभी आरक्षकों को मानसिक प्रताड़ना का सामना भी करना पड़ रहा है.

महिलाओं का आरोप है कि विभाग के एडीजी शैलेश सिंह का बंगला चार इमली पर बना हुआ है, जहां इन सभी आरक्षक और ड्राइवर की ड्यूटी लगाई जाती है. अधिकारी के द्वारा बार-बार अपमानित किया जाता है. साथ ही इतनी ठंड में भी गर्म कपड़े पहनने की इजाजत नहीं दी जाती है. महिलाओं ने कहा कि वे इस मामले को लेकर सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करेंगी.

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आरक्षक ने किया आत्महत्या का प्रयास सभी कर्मचारियों की पत्नियों ने देर रात जमकर मचाया हंगामा अधिकारियों पर लगाया प्रताड़ना का आरोप

भोपाल | शहर के अरेरा हिल्स पर बने अग्निशमन सेवा मुख्यालय में देर रात महिलाओं के द्वारा जमकर हंगामा मचाया गया मुख्यालय के मुख्य कार्यालय के समक्ष इन महिलाओं के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कई तरह के आरोप भी लगाए गए हैं हंगामा कर रही इन महिलाओं का आरोप है कि इनके पतियों को वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है जिसकी वजह से अब उनके पति आत्महत्या जैसा कदम भी उठा रहे हैं आरक्षक पद पर भर्ती हुए जवानों से वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा अपने बंगलों पर नौकर का काम करवाया जा रहा है साथ ही विरोध करने पर नौकरी से निकाले जाने की धमकी भी दी जा रही है जिसकी वजह से सभी आरक्षको को मानसिक प्रताड़ना का सामना भी करना पड़ रहा है .


Body:दरअसल देर शाम अपने पतियों का इंतजार कर रही महिलाओं का सब उस समय टूट गया जब विभाग के अन्य कर्मचारियों के द्वारा जानकारी दी गई कि आरक्षक अभिजीत दुबे के द्वारा देर शाम आत्महत्या की कोशिश की गई है जिसे फिलहाल बचा लिया गया है लेकिन उसे उपचार के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है असल में आरक्षक अभिजीत दुबे की पत्नी सुबह से ही उनका इंतजार कर रही थी लेकिन वह देर शाम तक घर नहीं लौटे थे उन्हें पहले से ही किसी अनहोनी का अंदेशा लग रहा था आरक्षक के द्वारा आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आने के बाद इस कॉलोनी में रहने वाली सभी महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा देर रात ही अग्निशमन सेवा मुख्यालय पर पहुंची और उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की साथ ही इन सभी अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया .


बता दें कि इस अग्निशमन सेवा मुख्यालय में करीब 7 आरक्षक तैनात है जिसमें से एक आरक्षक की ड्यूटी विधानसभा में लगाई गई है तो वहीं पांच आरक्षको को वरिष्ठ अधिकारियों के बंगले पर तैनात किया गया है इसके अलावा एक आरक्षक ही मुख्यालय में सेवा देता है


Conclusion: ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए हंगामा कर रही इन महिलाओं का कहना है कि अग्निशमन सेवा मुख्यालय के एडीजी शैलेश सिंह के द्वारा लगातार सभी कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है उनके पति की नौकरी आरक्षक के पद पर लगी थी लेकिन इन वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा उन्हें अपने बंगले पर चपरासी का काम सौंपा गया है सुबह से ही बंगले पर बुलाया जाता है और उनसे झाड़ू पहुंचा और यहां तक कि घर के सभी काम करवाए जाते हैं ड्यूटी पर जाने का समय निश्चित है लेकिन घर कब पहुंचेंगे इसका कोई समय निश्चित नहीं है 12 से 16 घंटे तक की ड्यूटी प्रतिदिन करवाई जा रही है स्थिति यह हो गई है कि इनके पति मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं यही वजह है कि आज आरक्षक अभिजीत दुबे के द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाया गया है इससे पहले भी एक आरक्षक के द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया था . उन्होंने कहा कि अब पानी सर से ऊपर जा चुका है यदि आज हम लोग इन अधिकारियों की प्रताड़ना का विरोध नहीं करेंगे तो आने वाले समय में इन अधिकारियों के हौसले और बुलंद हो जाएंगे .



इन महिलाओं का कहना है कि अधिकारियों के द्वारा समय से अधिक ड्यूटी ली जा रही है साथ ही इन सब की ड्यूटी मुख्यालय में काम करने की है लेकिन इन लोगों को मुख्यालय पर ड्यूटी ही नहीं करने दी जा रही है बल्कि इनको बंगले में चपरासी का काम सौंपा जा रहा है विभाग के एडीजी शैलेश सिंह का बंगला चार इमली पर बना हुआ है जहां इन सभी आरक्षक और ड्राइवर की ड्यूटी लगाई जाती है अधिकारी के द्वारा बार-बार अपमानित किया जाता है साथ ही इतनी ठंड में भी गर्म कपड़े पहनने की इजाजत नहीं दी जाती है यहां तक की विभाग के द्वारा दी गई वर्दी को भी पहनने नहीं दिया जाता है महिलाओं का आरोप है कि वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा बार-बार नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी जाती है साथ ही मुख्यमंत्री से भी अपनी पहचान का रुतबा दिखाया जाता है यही वजह है कि इस तरह के काम से अब हम सभी महिलाओं के पति परेशान हो चुके हैं हम रात रात भर उनका इंतजार करते रहते हैं लेकिन वे ड्यूटी पर ही लगे रहते हैं.


हंगामा कर रही इन महिलाओं का कहना है कि अब वे लोग इस मामले को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करेंगी ताकि इस तरह के अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटाया जा सके और आरक्षको को इन अधिकारियों के घर पर नौकर की तरह काम ना करना पड़े बल्कि वे जिस काम के लिए विभाग में भर्ती हुए थे उनको वही मूल काम करने का अवसर मिल सके .

हालांकि इस मामले को लेकर हमने एडीजी शैलेश सिंह से भी उनके निवास पर जाकर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है .
Last Updated : Dec 20, 2019, 7:30 AM IST
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