भोपाल। राजधानी भोपाल के शहपुरा इलाके में 20 से 30 साल पुराने निर्माणों को अवैध घोषित कर नोटिस थमाने के मामले में कांग्रेस सड़कों पर उतर आई है. बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शाहपुरा नगर निगम दफ्तर का घेराव किया. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि निगम के अधिकारियों ने उन निर्माण को लेकर जनता को नोटिस थमा रहे हैं, जो 20 से 30 साल पुराने हैं.
जनता के साथ अधिकारी भी दोषी
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि नगर निगम की तरफ उन निर्माण को अवैध घोषित कर दिया गया जो 20 से 30 साल पुराने हैं. इतने पुराने निर्माण को नोटिस देना गलत है. अगर अवैध थे तो निर्माण के समय क्यों नहीं तोड़े गए.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि जितने दोषी अवैध निर्माण करने वाले हैं, उतने ही दोषी अधिकारी भी है, जिन्होंने निर्माण की परमीशन दी थी. निगम जबरन तुगलकी फरमान देकर लोगों को परेशान कर रहा है. इसे वापस लिया जाए नहीं तो ये लड़ाई कोर्ट तक लड़ी जाएगी.
चुनाव करीब सियासत तेज
नगर निगम चुनाव की तारीखों को भले ही अभी एलान नहीं हुआ है, लेकिन इलेक्शन कमीशन के 3 मार्च के बाद चुनाव कराने के बयान के बाद से भोपाल में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता लगातार जनता से जुड़ी समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मंगलवार को भी भोपाल के मध्य विधासनभा से विधायक आरिफ मसूद के नेतृत्व में नगर निगम मुख्यालय के बाहर मूलभूत सुविधा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया थी.