भोपाल। मासूम लड़कियों के साथ लगातार हो रहे क्राइम के खिलाफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह धरने पर बैठे. शिवराज सिंह का आरोप है कि भोपाल समेत प्रदेश में लड़कियों के सात हो रहे अपराध को रोकने में कांग्रेस सरकार नाकाम है.
शिवराज के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस का कहना है कि बेहतर होता कि शिवराज सिंह अपने कार्यकाल में महिला अपराध में देश में नंबर वन रहे मध्य प्रदेश को लेकर प्रायश्चित धरना करते. धरने में मासूम बच्चियों को बिठाए जाने पर कांग्रेस इसकी शिकायत मानव अधिकार आयोग से करने वाली है.
प्रदेश में बढ़ते महिला अपराध और खासकर मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर इन दिनों शिवराज सिंह ने गैर राजनीतिक आंदोलन की शुरुआत की है. इसी कड़ी में रोशनपुरा चौराहे पर धरना दिया.
शिवराज सिंह को करना चाहिए पश्चाताप धरना
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि ये बड़ी ही शर्मनाक बात है कि जिनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा मासूमों के साथ दुष्कर्म हुए हैं वो धरने पर बैठ रहे हैं. सलूजा ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े गवाह है कि शिवराज के राज में लड़कियों के साथ दुष्कर्म और अपराध में देश में मध्यप्रदेश अब्बल नंबर पर था और आज वही धरना दे रहे हैं, दिखावा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि उनके कार्यकाल में जो कृत्य हुए हैं उनको लेकर पश्चाताप धरना देते.
धरने में बच्चों को बैठाना अपराध
सलूजा ने कहा कि शिवराज का धरना राजनीतिक नौटंकी के सिवाय कुछ नहीं है. शिवराज सिंह ने इस धरने को गैर राजनीतिक आंदोलन कहा है लेकिन ऐसे बच्चे जिन्हें दुष्कर्म शब्द के बारे में भी पता नहीं है, उनको धरने पर बैठाकर पूरी तरह से मासूम बच्चों के साथ अपराध किया जा रहा है. उन्होंने कहा की कांग्रेस इसकी मानव अधिकार आयोग में शिकायत करेगी.