भोपाल। कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान शहरों में ठप पड़े कामों के बाद घर लौटे मजदूरों को काम उपलब्ध कराने में मनरेगा योजना मददगार साबित हो रही है. मध्यप्रदेश में मनरेगा के तहत अब तक 20 लाख मजदूरों को काम दिया जा चुका है, अब सरकार बारिश के सीजन में भी काम उपलब्ध कराने की रणनीति तैयार की है.
हालांकि लॉकडाउन के बाद मध्यप्रदेश में साढे़ चार लाख मजदूर वापस लौटे हैं, इन सभी को काम उपलब्ध कराने के लिए सरकार 22 मई से अभियान शुरू कर रही है, जिसमें सभी के जॉब कार्ड बनवाए जाएंगे. बारिश के सीजन में इन्हें काम उपलब्ध हो सके, इसके लिए सरकार ने ये कार्य योजना तैयार की है. बारिश में हर गांव में तालाब, मंदिर की जमीन पर जलाशय और पार्क जैसे निर्माण कार्य के जरिए श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.
सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने कहा कि मनरेगा योजना को लेकर बीजेपी मखौल उड़ाती थी. इस योजना को नाकामी का स्मारक बताया था, लेकिन अब यही योजना मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार के काम आ रही है. बीजेपी की केंद्र सरकार अपने 6 साल के कार्यकाल में ऐसी कोई योजना लॉन्च नहीं कर पाई, जिससे मजदूरों को फायदा पहुंचाया गया हो.