जबलपुर। मध्यप्रदेश कि कई मुख्य लोकसभा सीटों पर बीजेपी-कांग्रेस के उम्मीदवारों का सस्पेंस अभी तक खुला नहीं है. राजधानी भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में बीजेपी तो जबलपुर में कांग्रेस के प्रत्याशी की तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. हांलाकि सोशल मीडिया के जरिए सियासी गलियारों में संभावित नामों की चर्चा जोरों से चल रही है.
अगर बात करें संस्कारधानी जबलपुर की तो भाजपा ने इस सीट से चौथी बार प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. राकेश सिंह ने मां नर्मदा की आशीर्वाद लेकर चुनावी अभियान का शंखनाद कर दिया है. लेकिन, इस सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी का नाम अब तक सामने नहीं आया है. सोशल मीडिया के जरिए कई नेताओं के समर्थक उनके नाम प्रत्याशी के लिए भेज रहे हैं, जिसमें सबसे आगे हैं राज्यसभा सांसद विवेक तंखा.
हालांकि विवेक तंखा अपनी उम्मीदवारी के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. इस पर बीजेपी प्रत्याशी राकेश सिंह का कहना है कि कांग्रेस का उम्मीदवार कोई भी हो उन्हें फर्क नहीं पड़ता क्योंकि जनता इस बार भी नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए तैयार है.वहीं राज्यसभा सांसद विवेक तंखा का कहना है कि वो अपने पद से संतुष्ट हैं, पार्टी को नए लीडर को मौका देना चाहिए.
कांग्रेस को जबलपुर लोकसभा सीट पर 1996 से लगातार शिकस्त मिल रही है. इसलिए कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव में हो रही देरी ये दिखाती है कि कांग्रेस किसी भी हालत में इस सीट पर हार का मूंह नहीं देखना चाहती है. अब देखना ये होगा कि कांग्रेस किस नाम पर अपना दाव लगाती है.