भोपाल। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से परेशान किसानों को राहत देने में सरकार को नाकाम बताया है. कुणाल का कहना है कि शिवराज सरकार किसानों को लेकर कई दावे करती है, मगर धरातल पर ये दावे सिर्फ़ कागजी हैं. अतिवृष्टि और ओलावृष्टि के मुआवज़े को लेकर सरकार जो दावे कर रही है, वह सरासर गलत हैं. अभी भी कई किसान परेशान हैं और उन्हें एक पैसा भी नहीं मिला है. होली के समय जब ओलावृष्टि हुई थी तब वह खेतों पर थे और मुख्यमंत्री होली मना रहे थे.
सीएम शिवराज को भाषण देने से फुर्सत नहीं : कुणाल चौधरी ने कहा कि उस समय उन्होंने सीएम से अपील की थी कि होली मनाना बंद करो. सरकार ने कहा था कि सर्वे कराकर किसानों को राहत राशि दी जाएगी, लेकिन जिस खेत पर मैं बैठा था वहां और शाजापुर ज़िले में आज तक सर्वे नहीं हुआ. कुणाल ने कहा कि वह इस बारे में तीन बार प्रेसवार्ता कर चुके हैं. मुख्यमंत्री सिर्फ भाषणबाजी में लगे हुए हैं. अभी तक किसानों को लेकर केवल घोषणा कर रहे हैं. 500 से 3 हजार रुपए तक प्रति हेक्टेयर राहत राशि देने का वादा सरकार ने किया था. लेकिन कितना दिया, ये केवल किसान ही जानते हैं.
किसानों से जबरन वसूली : कुणाल चौधरी ने कहा कि फसल बीमा के तहत प्रीमियम की राशि देने की बात सरकार ने कही थी. लेकिन किसानों को लाभ नहीं मिला है. सहकारिता मंत्री ने अपने बयान ने कहा था कि किसानों को सोसायटी में कोई दिक्कत नहीं आएगी. वहीं, सोसाइटी किसानों से जबरदस्ती कर्ज वसूल कर रही है. प्याज और लहसुन की फसल खराब हुई है तो उस पर कितनी राशि सरकार देगी. कुणाल चौधरी ने कहा कि किसानों का मुद्दा उठाने पर आवाज दबा दी जाती है. राहुल गांधी जब किसानों का मुद्दा उठाते हैं तो उन्हें संसद से बाहर कर दिया जाता है.
Must Read: ये खबरें भी पढ़ें... |
किसानों का मुद्दा उठाने पर बाहर कर देते हैं : कांग्रेस विधायक ने कहा कि जीतू पटवारी विधानसभा में जब किसानों का मुद्दा उठाते हैं तो उन्हें विधानसभा से हटा दिया जाता है. वहीं बंडा विधायक तरवर सिंह लोधी ने जब अपनी बात रखी तो सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने माइक को बंद कर दिया. नौकरशाह की इतनी औकात कि विधायक का माइक बंद कर दिया. कांग्रेस की सरकार जब आएगी तो उनको सबक सिखाया जाएगा. वहीं, मध्यप्रदेश में टोल टैक्स को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 7 दिनों में जवाब मांगा है, इस पर कुणाल चौधरी का कहना है कि टोल टैक्स में लगातार धांधली चल रही है. जिन सड़कों की राशि टोल टैक्स के माध्यम से वसूली जा चुकी है, उसमें अवैध रूप से टोल टैक्स चल रहे हैं.