भोपाल। राजधानी भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के चलते भोपाल पुलिस कांग्रेस के मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा को शनिवार सुबह उनके घर से ले गई. संगीता मॉर्निंग वॉक करके वापस अपने घर जा रहीं थीं. पुलिस उनके घर के सामने पहुंच गई थी, जिसके चलते संगीता शर्मा घर के पास रहने वाली अपनी बहन के यहां चली गई थीं. जहां से पुलिस उन्हें लेकर भोपाल के मिसरोद थाने ले गई. वहां पर उन्हें थाना प्रभारी के कक्ष में बैठा कर रखा है. उनके साथ तीन से चार महिला कर्मचारी भी उसी रूम में बैठी हुई हैं. किसी को भी उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है और ना ही मोबाइल फोन का प्रयोग करने दिया जा रहा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया टीम के लोग उनसे मिलने थाने पहुंचे थे, लेकिन कांग्रेस मीडिया टीम के लोगों को भी उनसे नहीं मिलने दिया गया.
मिसरोद थाने में नजरबंद संगीता शर्मा: मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा को भोपाल पुलिस ने आज सुबह उनके घर से ले जाकर भोपाल के मिसरोद थाने में बैठा दिया. किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं है. हालांकि उनके साथ तीन से चार अन्य पुलिस की महिला कर्मचारी भी मौजूद हैं. जो उनके साथ थाना प्रभारी के कक्ष में हैं. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पुलिस के पास उनके द्वारा कुछ विरोध प्रदर्शन करने का इनपुट था. बताया जाता है कि इसी वजह से पुलिस ने उन्हें दौरे के दरमियान मिसरोद थाने में बिठा कर रखा हुआ है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले अपनी पूरी मीडिया टीम के साथ संगीता शर्मा से मिलने मिसरोद थाने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनको मुलाकात की इजाजत नहीं दी.
इससे जुड़ी कुछ और खबरें यहां पढ़ें |
कांग्रेस नेताओं को संगीता शर्मा से मिलने की इजाजत नहीं: पीयूष बबेले ने बताया कि आज सुबह ही संगीता शर्मा ने उन्हें फोन करके सूचना दी थी कि उनके घर पर बहुत संख्या में पुलिस पहुंची हुई है. उन्हें उनके बहन के घर से लेकर पुलिस थाने पहुंची थी . पीयूष बबेले ने बताया कि इस पूरे मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से बात होने के बाद उन्होंने कहा की मीडिया विभाग के लोग थाने पहुंचे और वहां संगीता शर्मा का हाल-चाल जाना. वहीं पीयूष बबेले ने बताया कि पुलिस उन्हें यह भी नहीं बता रही है कि उन्होंने संगीता शर्मा को किस अपराध में गिरफ्तार किया है या हिरासत में लिया है, क्योंकि संगीता शर्मा द्वारा किसी भी तरह के किसी विरोध प्रदर्शन कोई आधिकारिक बात बीते दिन या उससे पहले नहीं कही थी. ऐसे में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि यदि उनके खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं है तो हमें उनसे मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा है. इस तरह से असंवैधानिक तरीके से उन्हें थाने में क्यों बैठा कर रखा गया है