भोपाल। ग्वालियर-चंबल और मध्यप्रदेश की राजनीति में करीब 30 साल तक बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान बनाने वाले बालेंदु शुक्ल ने 10 साल बीजेपी में रहने के बाद आज फिर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. जिन राजनीतिक परिस्थितियों में उन्होंने कांग्रेस में वापसी की है, ये परिस्थितियां ग्वालियर-चंबल की राजनीति में काफी अहम मानी जा रही हैं.
कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया के बाल सखा के रूप में पहचाने जाने वाले बालेंदु शुक्ल का कांग्रेस छोड़ने का कारण भी ज्योतिरादित्य सिंधिया माने जाते थे और अब उनकी वापसी का कारण भी ज्योतिरादित्य सिंधिया माने जा रहे हैं. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उनकी कांग्रेस में वापसी से आगामी उपचुनाव में कांग्रेस को काफी फायदा होगा.
कांग्रेस की सदस्यता हासिल करने के बाद बालेंदु शुक्ल से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने ग्वालियर-चंबल की राजनीतिक परिस्थितियां, सिंधिया घराने से उनके संबंध और ज्योतिरादित्य सिंधिया की राजनीति पर बेबाक राय रखी.