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भोपाल नगर निगम को दो हिस्सों में बांटने पर बोले कैलाश मिश्रा, कहा- राजधानी का तेजी से होगा विकास

मध्यप्रदेश राज्य सरकार ने भोपाल के क्षेत्रफल को देखते हुए दो नगर निगमे बनाने की बात की है. जिसका बीजेपी जमकर विरोध कर रही है. कांग्रेस नेता ने कहा है कि आलोक शर्मा पहले भोपाल के सभी वार्डों में जाकर देखें,फिर भोपाल के विकास की बात करें.

भोपाल में दो निगम बनाने के विरोध पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष का महापौर पर पलटवार
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Published : Oct 18, 2019, 5:25 PM IST

Updated : Oct 18, 2019, 5:39 PM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजधानी भोपाल के क्षेत्रफल को देखते हुए दो नगर निगम बनाने की बात कही है. जिसको लेकर कांग्रेस बीजेपी आमने सामने आ गई हैं. भारतीय जनता पार्टी ने सीएम के इस फैसले का विरोध करने का मन बना लिया है. महापौर आलोक शर्मा ने दो नगर निगम बनाने के मुख्यमंत्री के निर्णय पर कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने इस फैसले को भोपाल के विकास को बाधित करने वाला फैसला बताया है.

भोपाल नगर निगम को दो हिस्सों में बांटने पर कांग्रेस बीजेपी आमने सामने

कांग्रेस के पूर्व महापौर प्रत्याशी कैलाश मिश्रा ने भोपाल महापौर को घेरते हुए कहा कि भोपाल नगर निगम के 2 हिस्से होते हैं तो इससे भोपाल का विकास होगा और जहां तक खर्चे की बात है, तो खर्चा ना के बराबर है. क्योंकि भोपाल के सभी वार्डों और जोन में पहले से ही नगर निगम के कार्यालय बने है. वहां नए नगर निगम के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना होगा. बल्कि इससे स्थानीय समस्याओं को और करीब से देखने और समझने का नगर निगम को मौका मिलेगा.

कांग्रेस नेता ने कहा कि इंदौर की अपेक्षा भोपाल का क्षेत्रफल अधिक है. जहां तक देश में अन्य शहरों की बात करें, तो पहले भी कई शहरों में दो-दो नगर निगम बनी हुई है. उन शहरों का अधिक तेजी के साथ विकास हो पाया है.

वार्डों के दौरे को लेकर घिरे महापौर

कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने बताया कि आज तक भोपाल के प्रथम नागरिक महापौर आलोक शर्मा ने भोपाल नगर निगम में आने वाली सभी विधानसभा क्षेत्र के वार्डों में जाकर वहां के स्थानीय समस्याओं को जाना तक नहीं है, तो वे भोपाल का विकास कैसे कर पाते. पहले भोपाल के सभी वार्डों में जाकर महापौर देखें उसके बाद भोपाल के विकास की बात करें.

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजधानी भोपाल के क्षेत्रफल को देखते हुए दो नगर निगम बनाने की बात कही है. जिसको लेकर कांग्रेस बीजेपी आमने सामने आ गई हैं. भारतीय जनता पार्टी ने सीएम के इस फैसले का विरोध करने का मन बना लिया है. महापौर आलोक शर्मा ने दो नगर निगम बनाने के मुख्यमंत्री के निर्णय पर कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने इस फैसले को भोपाल के विकास को बाधित करने वाला फैसला बताया है.

भोपाल नगर निगम को दो हिस्सों में बांटने पर कांग्रेस बीजेपी आमने सामने

कांग्रेस के पूर्व महापौर प्रत्याशी कैलाश मिश्रा ने भोपाल महापौर को घेरते हुए कहा कि भोपाल नगर निगम के 2 हिस्से होते हैं तो इससे भोपाल का विकास होगा और जहां तक खर्चे की बात है, तो खर्चा ना के बराबर है. क्योंकि भोपाल के सभी वार्डों और जोन में पहले से ही नगर निगम के कार्यालय बने है. वहां नए नगर निगम के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना होगा. बल्कि इससे स्थानीय समस्याओं को और करीब से देखने और समझने का नगर निगम को मौका मिलेगा.

कांग्रेस नेता ने कहा कि इंदौर की अपेक्षा भोपाल का क्षेत्रफल अधिक है. जहां तक देश में अन्य शहरों की बात करें, तो पहले भी कई शहरों में दो-दो नगर निगम बनी हुई है. उन शहरों का अधिक तेजी के साथ विकास हो पाया है.

वार्डों के दौरे को लेकर घिरे महापौर

कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने बताया कि आज तक भोपाल के प्रथम नागरिक महापौर आलोक शर्मा ने भोपाल नगर निगम में आने वाली सभी विधानसभा क्षेत्र के वार्डों में जाकर वहां के स्थानीय समस्याओं को जाना तक नहीं है, तो वे भोपाल का विकास कैसे कर पाते. पहले भोपाल के सभी वार्डों में जाकर महापौर देखें उसके बाद भोपाल के विकास की बात करें.

Intro:भोपाल। कमलनाथ सरकार ने भोपाल के क्षेत्रफल को देखते हुए दो नगर निगमें बनाने की पहल की है। इसका बीजेपी जमकर विरोध कर रही है। भोपाल नगर निगम के महापौर ने इसे विकास विरोधी फैसला बताते हुए भोपाल के विकास को बाधित करने वाला फैसला बताया है। पिछले नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर महापौर चुनाव मेंं आलोक शर्मा के खिलाफ चुनाव लड़े और हारे भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने कहा है कि आलोक शर्मा पहले भोपाल के सभी वार्डों में जाकर देखें,फिर भोपाल के विकास की बात करें।

Body:भोपाल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने कहा है कि अगर भोपाल नगर निगम के 2 हिस्से होते हैं, तो इससे भोपाल का विकास होगा और जहां तक खर्चे की बात है, तो खर्चा ना के बराबर होने वाला है। क्योंकि भोपाल के सभी वार्डों में और जोन में पहले से ही नगर निगम के कार्यालय बने हुए है। वहीं नए नगर निगम के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना होगा, बल्कि इससे स्थानीय समस्याओं को और करीब से देखने और समझने का नगर निगम को मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि इंदौर की अपेक्षा भोपाल का क्षेत्रफल अधिक है। जहां तक देश में अन्य शहरों की बात करें, तो पहले भी कई शहरों में दो-दो नगर निगम बनी हुई है। जिसके कारण उन शहरों का अधिक तेजी के साथ विकास हो पाया है। वही आलोक शर्मा पर भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने कहा कि आज दिनांक तक भोपाल के प्रथम नागरिक आलोक शर्मा ने भोपाल नगर निगम में आने वाली सभी विधानसभा क्षेत्र के वार्डों में जाकर वहां के स्थानीय समस्याओं को जाना तक नहीं, तो वे भोपाल का विकास कैसे कर पाते। पहले भोपाल के सभी वार्डों में जाकर महापौर देखें उसके बाद भोपाल के विकास की बात करेंConclusion:दरअसल कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने आलोक शर्मा के खिलाफ यह बयान भोपाल भाजपा की स्थानीय राजनीति के चलते दिया है। भोपाल भाजपा की गुटबाजी और विधानसभा टिकट की दावेदारी के चलते पार्टी के विधायकों के वार्ड में अब तक आलोक शर्मा आज तक उन वार्डों तक नहीं पहुंचे हैं।
Last Updated : Oct 18, 2019, 5:39 PM IST
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