भोपाल। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल का गठन हो गया है. महज पांच मंत्रियों के साथ किए गए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस ने बीजेपी के मंत्रिमंडल विस्तार पर हमला करते हुए कहा है कि, इस विस्तार से भाजपा में गुटीय राजनीति की शुरुआत हो गई है और ये विस्तार प्रदेश में असंतुलन का सबसे बड़ा नमूना है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है की, प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार भाजपा के अंदर गुटीय राजनीति की शुरुआत है. जिस तरह से अपने सभी संभागों का असंतुलन दिखाई देता है. प्रदेश में 9 संभाग हैं, जिसमें से केवल 4 संभागों को प्रतिनिधित्व दिया गया है, ये बहुत दुर्भाग्यजनक स्थिति है. इससे प्रतीत होता है कि, कमलनाथ की लोकप्रिय सरकार को गिराने के लिए और अपदस्थ करने के लिए जो सौदेबाजी हुई उसका चुकारा मंत्रिमंडल विस्तार के माध्यम से किया गया है.
गुप्ता ने कहा कि आज जो कोरोना की स्थिति है और प्रदेश के अंदर जो महामारी की त्रासदी फैली है. उसमें किस व्यक्ति के पास क्या होगा, इस विस्तार से अंतर संघर्ष की शुरुआत हो गई है. इस मंत्रिमंडल को थोड़ा और विस्तार दिया जाना चाहिए, ताकि समाज और नेतृत्व का संतुलन हो और राजनीतिक स्थिरता बने.